शिवरात्रि व्रत साल मे 12/13 बार आने वाला मासिक व्रत का त्यौहार है, अतः इस व्रत को मासिक शिवरात्रि भी कहा जाता है। जोकि अमावस्या से पहिले कृष्णपक्ष की चतुर्दशी के दिन आता है। मासिक शिवरात्रियों में से दो सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं, फाल्गुन त्रियोदशी महा शिवरात्रि के नाम से प्रसिद्ध है और दूसरी सावन शिवरात्रि के नाम से जानी जाती है। यह त्यौहार भगवान शिव-पार्वती को समर्पित है, इस दिन भक्तभगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते हैं।
यह लोकप्रिय हिंदू व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। कोई भी व्रत या पूजा तभी उत्तम फल देती है जब उसे सही विधि से किया जाता है। तो आइए जानते हैं क्या है मासिक शिवरात्रि व्रत करने की सही विधि और अनुष्ठान।
संबंधित अन्य नाम | शिवरात्रि व्रत |
शुरुआत तिथि | कृष्णा चतुर्दशी |
कारण | भगवान शिव का पसंदीदा दिन। |
उत्सव विधि | व्रत, पूजा, व्रत कथा, भजन-कीर्तन, गौरी-शंकर मंदिर में पूजा, रुद्राभिषेक। |
Updated: May 01, 2024 18:59 PM
Festival | Date |
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Jyeshtha | 4 June 2024 |
Ashadha | 4 July 2024 |
Sawan Shivaratri | 2 August 2024 |
Bhadrapada | 1 September 2024 |
Ashwina | 30 September 2024 |
Kartika | 30 October 2024 |
Margashirsha | 29 November 2024 |
Pausha | 29 December 2024 |