Hanuman Chalisa
Aaj Ki Tithi | Today Tithi आज की तिथि
मंत्र - Mantra मंत्र
Hindi News हिंदी न्यूज़ NEW
chalisa चालीसा
शुभकामना मेसेज 2023 शुभकामना मेसेज
कथा - Katha कथाएँ
Web Stories वेब स्टोरी
Bhaktmal" भक्तमाल
Popular मंदिर
त्योहार 2021 त्योहार
प्रेरक कहानियाँ - Prerak Kahaniyan प्रेरक कहानियाँ
Aaj Ka Vichar | Thought of The Day आज का विचार
भजन - Bhajan Sangeet भजन
आरती  - Aarti, Arti, arati Sangrah आरती
Group of Temples मंदिर-समूह
ISKCON ISKCON
Jainism जैन धर्म
Blogs ब्लॉग
Bhog, Prasad भोग, प्रसाद

मंगलवार व्रत कथा

सर्वसुख, राजसम्मान तथा पुत्र-प्राप्ति के लिए मंगलवार व्रत रखना शुभ माना जाता है। पढ़े हनुमान जी से जुड़ी मंगलवार व्रत कथा...

पाण्डव निर्जला एकादशी व्रत कथा

निर्जला एकादशी व्रत का पौराणिक महत्त्व और आख्यान भी कम रोचक नहीं है। जब सर्वज्ञ वेदव्यास ने पांडवों को चारों पुरुषार्थ संकल्प कराया था...

गंगा दशहरा कथा

भगवान् श्रीरामका जन्म अयोध्याके सूर्यवंशमें हुआ था। चक्रवर्ती महाराज सगर उनके पूर्वज थे। उनकी केशिनी और सुमति नामकी दो रानियाँ थीं।

संकट मोचन हनुमानाष्टक

बाल समय रवि भक्षी लियो तब।.. लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर।...

श्री गंगा स्तोत्रम्

देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गे त्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे। शङ्करमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले॥

गंगा अष्टोत्तर-शतनामस्तोत्र - नामावली

ॐ गंगायै नमः । ॐ विष्णुपादसंभूतायै नमः । ॐ हरवल्लभायै नमः । ॐ हिमाचलेन्द्रतनयायै नमः ।...

हनुमान चालीसा
हनुमान चालीसा

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा | हनुमान चालीसा लिरिक्स

गंगा चालीसा
गंगा चालीसा

जय जय जननी हराना अघखानी। आनंद करनी गंगा महारानी॥ जय भगीरथी सुरसरि माता।

शिव चालीसा
शिव चालीसा

शिव चालीसा, व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व है। शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

कबीरदास

संत कबीर दास 15वीं शताब्दी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। उनके लेखन ने हिंदू धर्म के भक्ति आंदोलन को प्रभावित किया। वह एक निराकार सर्वोच्च ईश्वर में विश्वास करते थे और यह भी कहते थे कि मुक्ति का एकमात्र मार्ग भक्ति है। उन्होंने मनुष्य के भाईचारे के पाठ का भी प्रचार किया। वे जाति व्यवस्था के समर्थक नहीं थे।

स्वामी समर्थ

श्री स्वामी समर्थ को अक्कलकोट के स्वामी के रूप में भी जाना जाता है, दत्तात्रेय परंपरा के एक भारतीय आध्यात्मिक गुरु थे।

सत्य साईं बाबा

सत्य साईं बाबा एक भारतीय गुरु थे। चौदह वर्ष की आयु में उन्होंने दावा किया कि वह शिरडी साईं बाबा के अवतार थे और अपने भक्तों की सेवा करने के लिए अपना घर छोड़ दिया। उनका निवास प्रशांति निलयम आश्रम था, जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करता है।

निश्चलानंद सरस्वती

स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती भारत के ओडिशा के पुरी में पूर्वमनय श्री गोवर्धन पीठम के वर्तमान 145 वें जगद्गुरु शंकराचार्य हैं।

दिल्ली के हनुमान मंदिर
दिल्ली के हनुमान मंदिर

हनुमान जी श्री राम के बहुत बड़े भक्त हैं और भगवान शिव के अवतार हैं। हनुमान जी के माता-पिता का नाम अंजना और केसरी है इसलिए उन्हें अंजनी-पुत्रा और केसरी-नंदन कहा जाता है।

दिल्ली के प्रसिद्ध शिव मंदिर
दिल्ली के प्रसिद्ध शिव मंदिर

नई दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद के प्रमुख भगवान शिव मंदिर:

दिल्ली के प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर
दिल्ली के प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर

दिल्ली और आस-पास के शहर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद के प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर...

जैसी संगत वैसी रंगत - प्रेरक कहानी

स्वार्थी या संग करोगे, स्वार्थी बन जाओगे। दानी का संग करोगे, दानी बन जाओगे। संतो, भक्तो का संग करोगे, तो प्रभु से प्रेम..

बिना श्रद्धा और विश्वास के, गंगा स्नान - प्रेरक कहानी

इसी दृष्टांत के अनुसार जो लोग बिना श्रद्धा और विश्वास के केवल दंभ के लिए गंगा स्नान करते हैं उन्हें वास्तविक फल नहीं मिलता परंतु इसका यह मतलब नहीं कि गंगा स्नान व्यर्थ जाता है।

गंगाजल से भरे घड़े की आत्मा कथा - प्रेरक कहानी

संतों की एक सभा चल रही थी, किसी ने एक दिन एक घड़े में गंगाजल भरकर वहां रखवा दिया ताकि संत जन जब प्यास लगे तो गंगाजल पी सकें।

सेंगोल क्या है? क्या है इसके पीछे की कहानी?

भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को होने जा रहा है। इसी के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि नया संसद भवन भारत के इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का एक प्रयास है। इस दौरान एक ऐतिहासिक परंपरा को पुनर्जीवित किया जा रहा है यानी नए संसद भवन में सेंगोल को स्थापित किया जाएगा।

माता गंगा की मूर्ति पूजा क्यों वर्जित है जबकि गंगा जल शुभ है?

गंगाजल को हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसलिए इसे घर में रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन फिर मां गंगा की मूर्ति को घर में रखने की मनाही क्यों है। माता गंगा को हिन्दू धर्म में पवित्र, पूजनीय और माता माना गया है। इसलिए गंगा स्नान से लेकर घर में गंगाजल रखने तक को महत्वपूर्ण और लाभकारी बताया गया है।

मंदिर के शिखर दर्शन का महत्व

मंदिर में दर्शन के कई नियम हैं और उनका पालन करना जरूरी है। साथ ही यह भी माना जाता है कि यदि आप किसी कारण से मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं कर सकते हैं, तो आपको बाहर से इसके शिखर के दर्शन अवश्य करने चाहिए।

ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों है?

ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति को सुंदरता, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य, आयु आदि की प्राप्ति होती है। ब्रह्ममुहूर्त समय अत्यधिक महत्वपूर्ण समय होता है, यह शरीर को व्यस्त दिन के साथ बनाए रखने के लिए एक अच्छी ऊर्जा को बढ़ावा देता है।

Subscribe BhaktiBharat YouTube Channel
Download BhaktiBharat App