
नुआखाई ओडिशा में वार्षिक फसल उत्सव है और इसे गणेश चतुर्थी उत्सव के अगले दिन भाद्रब शुक्ल पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन सबसे महत्वपूर्ण और शुभ दिनों में से एक माना जाता है। नुआ का अर्थ है नया और खाई का अर्थ है भोजन इसलिए पश्चिमी ओडिशा के लोग देवी को नए कटे हुए भोजन का भोग लगाते हैं। यह उत्सव मुख्यतः पछिम ओड़ीशा और झारखण्ड में मनाया जाता है। यह उत्सव आदिवासियों का भी एक प्रमुख उत्सव है।
यह त्योहार भोजन के लिए आभारी होने के बारे में है। किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, नुआखाई भारत की सांस्कृतिक विविधता और विरासत को दर्शाता है। नुआखाई को 'नुआखाई परब' या 'नुआखाई भेटघाट' भी कहा जाता है।
| संबंधित अन्य नाम | Nuakhai, Nuakhai Parab, Nuakhai Bhetghat, Nuakhai Juhar |
| शुरुआत तिथि | भाद्रपद शुक्ल पक्ष पंचमी |
| कारण | फसलों का त्यौहार |
| उत्सव विधि | घर में पूजा, लक्ष्मी मंदिर में पूजा |
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।