🏹भीष्म अष्टमी - Bhishma Ashtami

Bhishma Ashtami Date: Monday, 26 January 2026

माघ शुक्ल अष्टमी की तिथि को भीष्म पितामह की पुण्यतिथि के रूप मे मनाया जाता है, अतः इस पुण्यतिथि को भीष्म अष्टमी के नाम से जाना जाता है। भीष्म पितामह को स्वयं की इच्छा से मृत्यु का समय चयन करने का वरदान प्राप्त था।

महाभारत के युद्ध में अत्यंत घायल होने के पश्चात् भी भीष्म पितामह ने अपने वरदान के बल पर अपने शरीर का त्याग नहीं किया। पितामह ने अपने शरीर को त्यागने के लिये माघ शुक्ल अष्टमी का दिन चुना, क्योंकि इस समय तक सूर्यदेव उत्तरायण की ओर प्रस्थान करने लगे थे।

संबंधित अन्य नाममाघ शुक्ल अष्टमी
शुरुआत तिथिमाघ शुक्ल अष्टमी
कारणभीष्म पितामह की पुण्यतिथि है।
उत्सव विधिभीष्म पितामह के लिये एकोदिष्ट श्राद्ध।
Read in English - Bhishma Ashtami
Magh Shukla Ashtami is celebrated as the death anniversary of Bhishma Pitamah, hence this death anniversary is known as Bhishma Ashtami.

भिष्म अष्टमी का महत्व

कुरुक्षेत्र युद्ध के दौरान, भीष्म गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाणों की शय्या पर लेटे हुए थे, फिर भी उन्होंने अपने शरीर को त्यागने के लिए उत्तरायण (सूर्य का उत्तर दिशा में गमन) के शुभ क्षण तक प्रतीक्षा की। जिसे हिंदू विश्वास में विशेष रूप से पुण्य माना जाता है।

❀ मान्यता है कि इस दिन तर्पण व श्राद्ध करने से पितृ दोष नष्ट होता है और पूर्वजों को शांति मिलती है।
❀ जिनका व्रत रखते हैं उन्हें संस्कारी संतान की प्राप्ति, पितृ ऋण से छुटकारा आदि शुभ फल मिलते हैं।

भिष्म अष्टमी की पूजा-विधि

❀ सुबह स्नान कर नम-वस्त्र धारण करें।
❀ दक्षिण मुख होकर जल, तिल, कुश आदि लेकर तर्पण करें।
❀ भिष्म पितामह को अक्षत-फूल-धूप-दीप अर्पित करें।
❀ ब्राह्मण भोजन व दान-पुण्य करना भी शुभ माना जाता है।
❀ क्योंकि भीष्म भगवान विष्णु के भक्त थे, इसलिए कई लोग विष्णु सहस्रनाम (विष्णु के 1000 नाम) का जाप करते हैं और विशेष पूजा करते हैं।
❀ यदि आप उपवास तोड़ रहे हैं या पूरी तरह से उपवास नहीं कर रहे हैं तो सादा, सात्विक भोजन खाएं।

भिष्म अष्टमी कहाँ मनाई जाती है?

❀ बंगाल में, ये अनुष्ठान में भीष्म पितामह को समर्पित विशेष पूजाएँ की जाती है।
❀ कई विष्णु मंदिर और इस्कॉन जैसे संगठन इस दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
माघ शुक्ल अष्टमी
समाप्ति तिथि
माघ शुक्ल अष्टमी
महीना
जनवरी / फरवरी
कारण
भीष्म पितामह की पुण्यतिथि है।
उत्सव विधि
भीष्म पितामह के लिये एकोदिष्ट श्राद्ध।
पिछले त्यौहार
5 February 2025, 16 February 2024

Updated: Nov 14, 2025 13:33 PM

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