🌙 चंद्र नवमी - Chandra Navami

Chandra Navami Date: Thursday, 12 September 2024

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को श्री चंद्र नवमी के रूप में मनाया जाता है। वैदिक ज्योतिष में चाँद (चंद्रमा) को मन का कारक ग्रह कहा गया है। चाँद मन को नियंत्रित करता है। यह भावनाओं की झड़ी लगा देता है। यह किसी की मानसिक स्थिति को मजबूत कर सकता है, किसी की स्थिति को खराब भी कर सकता है। यह माता का कारक ग्रह भी होता है (अर्थ: मां का सीधा संबंध चंद्र ग्रह से होता है। ज्योतिष में चंद्रमा को स्त्रीग्रह माना गया है। मन और माता दोनों का कारक चंद्र ग्रह है।)।

चंद्र नवमी व्रत क्यों मनाया जाता है?
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्र ग्रह खराब हो तो वह अस्थिर रहता है और बात-बात पर विचलित हो जाता है। और यदि चंद्र बलवान हो तो जातक सचेत निर्णय लेने वाला होता है एवं हर जगह खुश रहता है। अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा भी खराब स्थिति में है तो आपको चंद्र नवमी के दिन चंद्रदेव की पूजा जरूर करनी चाहिए। इसके साथ ही कुछ विशेष उपाय भी किए जा सकते हैं, जिससे व्यक्ति का चंद्र ग्रह बलवान होसके।

चंद्र नवमी व्रत कैसे करें?
⦿ चंद्र नवमी के दिन व्रत रखा जाता है। जो लोग चंद्र नवमी का व्रत रखते हैं, उन्हें सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान से निवृत्त होकर अपने पूजा कक्ष में भगवान के सामने चंद्र नवमी व्रत का संकल्प करना चाहिए।
⦿ इसके बाद पूरे दिन व्रत रखें, व्रत के दौरान फल का सेवन किया जा सकता हैं।
⦿ रात में जब चंद्रमा उदय हो तो चंद्रमा के दर्शन करें, उसके पश्चात जल और अक्षत चढ़ाएं तथा अपने सभी संकटों के विनाश की कामना करके व्रत का पारायण करें।

चंद्र नवमी व्रत के लाभ:
⦿ जिन लोगों की कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति खराब है, वे कमजोर हैं, उन्हें चंद्र की ताकत के लिए यह व्रत अवश्य करना चाहिए।
⦿ चंद्र नवमी के दिन चांदी का चंद्रमा बनाकर गले में धारण करने से चंद्र ग्रह मजबूत होता है।
⦿ कमजोर मानसिक स्थिति वाले लोगों को चांदी की अंगूठी में आठ कैरेट का मोती बनाकर कनिष्ठा अंगुली में धारण करना चाहिए।
⦿ अगर आर्थिक स्थिति कमजोर है तो चंद्र नवमी के दिन चंद्र यंत्र को घर में स्थापित करें। इससे जल्द ही पैसों की कमी दूर हो जाएगी।
⦿ चंद्र नवमी के दिन चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने घर की तिजोरी में रखें, आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगेगा।

संबंधित अन्य नामचंद्र नवमी व्रत, उदासीन संप्रदाय उत्सव
शुरुआत तिथिभाद्रपद शुक्ल नवमी
कारणउदासीन संप्रदाय का प्रमुख उत्सव, चंद्रमा को समर्पित
उत्सव विधिव्रत, पूजा, भजन-कीर्तन, उदासीन संप्रदाय भजन।
Read in English - Chandra Navami
The Navami of Shukla Paksha of Bhadrapada month is celebrated as Shri Chandra Navami. This year Chandra Navami will be celebrated on 05 September 2022.

चंद्र नवमी उत्सव उदासीन संप्रदाय का प्रमुख उत्सव है:

5 September 2022
चंद्र नवमी उत्सव उदासीन संप्रदाय के प्रवर्तक चंद्र जी को समर्पित है। श्रीचंद जी द्वारा अपने विचारों और कार्यों से किए गए सभी समाज कल्याण कार्य अभी भी एक आदर्श के रूप में स्थापित हैं। श्री चंद्र जी ने धर्म के क्षेत्र में जो भी शोध एवं नए विचार प्रस्तुत किए, वे सभी विचार आज भी सभी के जीवन में मार्गदर्शक के रूप में सार्थक हैं। चांद जी की समयावधि 1494-1643 के बीच मानी जाती है। श्री चंद्र जी का जन्म सिखों के गुरु नानक देव जी के घर हुआ था। अपने पिता की तरह ही श्रीचंद्र जी ने भी अपने मूल्यों से जनकल्याण की भावना को सबसे प्रमुख स्थान दिया था।

उदासीन संप्रदाय वैदिक काल से चले आरहे पंच तत्वों के महत्व को भी कायम रखते हुए जल, अग्नि, पृथ्वी, वायु एवं आकाश की पूजा करता है।

उदासीन संप्रदाय की चार शाखाएं बहादुरपुर फूल साहिब के साथ, चरणकौल बाबा हसन के आनंदपुर के पास, अलमस्त साहिब की नैनीताल शाखा पुरी, गोविंद साहिब की शिकारपुर शाखा है। ये सभी शाखाएं तथा विचार धाराएं भी एक दूसरे से भिन्न-भिन्न प्रतीत होते हुए भी एक दूसरे से स्वतंत्र प्रतीत होती हैं।

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
1 September 202520 September 2026
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
भाद्रपद शुक्ल नवमी
महीना
अगस्त / सितंबर
कारण
उदासीन संप्रदाय का प्रमुख उत्सव, चंद्रमा को समर्पित
उत्सव विधि
व्रत, पूजा, भजन-कीर्तन, उदासीन संप्रदाय भजन।
महत्वपूर्ण जगह
घर, उदासीन संप्रदाय आश्रम।
पिछले त्यौहार
24 September 2023, 5 September 2022

Updated: Nov 15, 2022 17:24 PM

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