Sawan 2025

निर्धन कहे धनवान सुखी - भजन (Nirdhan Kahe Dhanwan Sukhi)


निर्धन कहे धनवान सुखी - भजन
दीन कहे धनवान सुखी
धनवान कहे सुख राजा को भारी ।
राजा कहे महाराजा सुखी
महाराजा कहे सुख इंद्र को भारी ।

इंद्र कहे चतुरानन को सुख
ब्रह्मा कहे सुख विष्णु को भारी ।

तुलसीदास विचार कहे
हरि भजन विना सब जीव दुखारी ।

Nirdhan Kahe Dhanwan Sukhi in English

Deen Kahe Dhanwan Sukhi, Dhanwan Kahe Sukh Raja Ko Bhari । Raja Kahe Maharaja Sukhi
यह भी जानें
अन्य संस्करण

निर्धन कहे धनवान सुखी
धनवान कहे सुख राजा को भारी ।

राजा कहे चक्रवर्ती सुखी
चक्रवर्ती कहे सुख इन्द्र को भारी ।

इन्द्र कहे श्री राम सुखी
श्री राम कहे सुख संत को भारी ।

संत कहे संतोष में सुख है
बिनु संतोष सब दुनिया दुःखारी ।

Bhajan Arya Samaj BhajanVed BhajanVedic BhajanHawan BhajanYagya BhajanMotivational BhajanMorning BhajanDainik BhajanDaily BhajanPrarthana BhajanVandana BhajanJain BhajanJainism BhajanSchool BhajanCollage BhajanGurukul BhajanInspirational BhajanShanti Dham BhajanAnup Jalota Bhajan

अन्य प्रसिद्ध निर्धन कहे धनवान सुखी - भजन वीडियो

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू - भजन

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू, हे नीलकंठ त्रिपुरारी हे शम्भू ॥

शिव अद्भुत रूप बनाए: भजन

शिव अद्भुत रूप बनाए, जब ब्याह रचाने आए। भुत बेताल थे..

मैं काशी हूँ - भजन

कंकर कंकर मेरा शंकर, मैं लहर-लहर अविनाशी हूँ मैं काशी हूँ मैं…मैं काशी हूँ…!

भोले डमरु बजा दो एक बार: शिव भजन

भोले डमरु बजा दो एक बार हमारे हरी कीर्तन में, कीर्तन में हरी कीर्तन में ॥

मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में: शिव भजन

मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में, मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में, भोलेनाथ तुम अपने चरणों में भोलेनाथ तुम अपने चरणों में, मुझें दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में ॥

हे त्रिपुरारी गंगाधरी: भजन

हे त्रिपुरारी गंगाधरी, सृष्टि के आधार, शंकर किरपा करुणाकार, भोले किरपा करुणाकार ॥

शिव शंकर भोलेनाथ, तेरा डमरू बाजे पर्वत पे - भजन

शिव शंकर भोलेनाथ, तेरा डमरू बाजे पर्वत पे, तेरा डमरू बाजे पर्वत पे, शिवशंकर भोलेनाथ ओ नाथ,
तेरा डमरू बाजे पर्वत पे ॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Bhakti Bharat APP