सूरज की लाली तुझे तिलक लगाती है, बगिया की डाली डाली पुष्प चढ़ाती है..
गजानंद जी ने, ल्यावो रे मनाय, वारी जाऊं चरणन में, चरणन में देवा चरणन में, गजानँद जी ने, ल्यावो रे मनाय, वारी जाऊं चरणन में ॥
जय गणेश जय गजवदन, कृपा सिंधु भगवान । मूसक वाहन दीजिये, ज्ञान बुद्धि वरदान ॥..
दर्शन को तेरे आया, सब देव तेरी माया, पूजा करेंगे तेरी, सेवा करेंगे तेरी ॥
जय जय गौरी ललन, जय जय हो गजवदन, एकदन्ता तेरा गा रहे है भजन, गौरी नंदन तुम्हे घर में लाएंगे हम, देवा मंदिर तुम्हारा सजाएंगे हम ॥
गौरा माता दी अख दा तारा, शिव शंकर दा राजदुलारा, मनाओ जी गणेश भक्तो, मनाओ जी गणेश भक्तों ॥
शुभ अवसर है मेरे आंगन, विघ्न हरो सब सिद्धिविनायक, करूं पूजा म्हे तो, सवारो नी काज, मंगल करो श्री गजानना ॥