राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली । कृष्ण नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली ।
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल। छोटो सो मेरो मदन गोपाल..
मैं माँ अंजनी का लाला श्री राम भक्त मतवाला, मेरा सोटा चल गया रे बजा डंका राम का, लंका में बज गया रे डंका श्री राम का ॥
रोम रोम में जिसके, श्री राम समाया है, आज उसी बजरंग का, ये उत्सव आया है ॥
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे, त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोऽहम्...
तेरा रूप ये सुहाना, बड़ा प्यारा राम जी, मुझे लागे बड़ा प्यारा, तेरा रूप राम जी, तेरे सर पे मुकुट, बड़ा प्यारा राम जी,