श्री रामचरितमानस (Shri Ramcharitmanas)


अनुक्रमणिका / सूची:
१) बालकाण्ड
२) अयोध्या काण्ड
३) अरण्य काण्ड
४) किष्किन्धा काण्ड
५) सुन्दर काण्ड
६) लंका काण्ड
७) उत्तर कांड
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विनय पत्रिका

गोस्वामी तुलसीदास कृत विनयपत्रिका ब्रज भाषा में रचित है। विनय पत्रिका में विनय के पद है। विनयपत्रिका का एक नाम राम विनयावली भी है।

श्री रामचरितमानस: सुन्दर काण्ड: पद 41

बुध पुरान श्रुति संमत बानी । कही बिभीषन नीति बखानी ॥ सुनत दसानन उठा रिसाई ।..

श्री रामचरितमानस: सुन्दर काण्ड: पद 44

कोटि बिप्र बध लागहिं जाहू । आएँ सरन तजउँ नहिं ताहू ॥ सनमुख होइ जीव मोहि जबहीं ।..