केरल के अलप्पुझा जिले में स्थित अंबलप्पुझा श्री कृष्ण स्वामी मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है। यह मंदिर केरल की पारंपरिक वास्तुकला को दर्शाता है और अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।
अंबलप्पुझा श्री कृष्ण स्वामी मंदिर का इतिहास और वास्तुकला:
यह मंदिर 15वीं और 17वीं शताब्दी के बीच शासक चेम्बकसेरी पूरदम थिरुनल देवनारायणन थंपुरन द्वारा बनाया गया था।
मुख्य मूर्ति भगवान कृष्ण को महाभारत में अर्जुन के सारथी पार्थसारथी के रूप में दर्शाती है, जो अपने दाहिने हाथ में चाबुक और बाएं हाथ में शंख पकड़े हुए हैं। मंदिर में ढलानदार छतें, जटिल लकड़ी का काम और भगवान विष्णु के दस अवतारों (दशावतारम) को दर्शाते हुए भित्ति चित्र हैं। अंबलप्पुझा पलपयासम, दूध और चीनी से बना एक मीठा चावल का हलवा, जो प्रतिदिन भक्तों को चढ़ाया जाता है। एक स्थानीय किंवदंती बताती है कि भगवान कृष्ण इस प्रसाद को खाने के लिए मंदिर आते हैं।
अंबलप्पुझा श्री कृष्ण स्वामी मंदिर का समय
मंदिर हर दिन खुला रहता है, और इसमें प्रवेश शुल्क नहीं है। सुबह दर्शन का समय 3:00 AM - 12:30 PM और शाम को: 5:00 PM - 8:00 PM।
अम्बालप्पुझा श्री कृष्ण स्वामी मंदिर के प्रमुख त्यौहार
अम्बालप्पुझा अरट्टू महोत्सव: मलयालम महीने मीनम (मार्च-अप्रैल) में आयोजित होने वाला 10 दिवसीय वार्षिक उत्सव, जिसमें उत्सवबली, सेवा और पल्लीवेट्टा जैसे अनुष्ठान शामिल हैं। जन्माष्टमी और पल्लीपना भी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। पल्लीपना एक अनोखा अनुष्ठान है जो हर बारह साल में एक बार वेलन (जादूगर) द्वारा किया जाता है।
अम्बालप्पुझा श्री कृष्ण स्वामी मंदिर तक कैसे पहुँचें
अम्बालप्पुझा श्री कृष्ण स्वामी मंदिर अलापुझा में स्थित है। सड़क मार्ग से यह अलापुझा से लगभग 13 किमी दूर है, राष्ट्रीय राजमार्ग 66 के माध्यम से पहुँचा जा सकता है। निकटतम रेलवे स्टेशन अम्बालप्पुझा (2 किमी दूर) है; अलापुझा स्टेशन लगभग 14 किमी दूर है। निकटतम हवाई अड्डा त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो लगभग 139 किमी दूर है।
प्रचलित नाम: कृष्ण स्वामी मंदिर अंबलप्पुझा
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल