विश्वकर्मा जयंती, भगवान विश्वकर्मा के जन्म दिवस पर मनाई जाती है, जिसे प्रायः लोग विश्वकर्मा पूजा के नाम से भी जानते हैं। जैसे जनवरी माह के 15वें दिन को आने वाले त्यौहार मकर संक्रांति की ही तरह विश्वकर्मा पूजा प्रत्येक वर्ष कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है। अतः यह त्यौहार 16-17 सितंबर के दिन ही आता है।
भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला इंजीनियर एवं वास्तुकार माना जाता है। विश्वकर्मा ने सृष्टि की रचना में भगवान ब्रह्मा की सहायता की थी। माना जाता है कि विश्वकर्मा जी ने ही देवताओं के घर, नगर, अस्त्र-शस्त्र आदि का निर्माण किया था। हस्तिनापुर, द्वारिका, इंद्रपुरी, पुष्पक विमान एवं इन्द्रप्रस्थ जैसे कई नगरों, भवनों एवं वस्तुओं का निर्माण किया है। इसलिए इस दिन उद्योगों एवं फैक्ट्रियों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है।
कुछ मान्यताओं के आधार पर दीपावली के अगले ही दिन गोवर्धन पूजा के साथ विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है।
संबंधित अन्य नाम | विश्वकर्मा पूजा |
सुरुआत तिथि | भाद्रपद / आश्विन |
कारण | भगवान विश्वकर्मा की जयंती |
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