
बिल्वेश्वर महादेव मंदिर मेरठ के कैंट क्षेत्र में सदर थाना के पास स्थित है। इस मंदिर को मेरठ का एक पुराना शिवालय माना जाता है — यानी यह पुरातन मंदिरों में से एक है। मंदिर की शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है, और इसे जागरूत ज्योतिर्लिंग जैसा महत्व दिया जाता है। भक्तों की मान्यता है कि इस मंदिर में 40 दिन तक दीपक जलाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष रूप से सावन महीने में यहाँ जलाभिषेक और पूजा के लिए बड़ी श्रद्धा होती है।
बिल्वेश्वर महादेव मंदिर का पौराणिक / ऐतिहासिक मान्यता
❀ बिल्वेश्वर महादेव मंदिर 18वीं-19वीं सदी में स्थापित हुआ था, जब उस क्षेत्र पर मराठों का शासन था, तब इस मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था। वर्तमान मंदिर की वास्तुकला में मराठा काल की झलक मिलती है। मंदिर में शिवलिंग स्थापित है, और भक्त-जन यहाँ पूजा आराधना करते हैं।
❀ कहा जाता है कि मंदोदरी, रावण की धर्मपत्नी यहीं रोज पूजा करती थी। उन्होंने भगवान शिव से वर मांग कर “सबसे शक्तिशाली एवं विद्वान पति” की कामना की थी; और मान्यता है कि उसी वर के रूप में उन्हें रावण प्राप्त हुआ। इस कारण, इस मंदिर का संबंध रामायण युग से भी जोड़ा जाता है।
❀ आज मंदिर परिसर में एक संस्कृत कॉलेज भी है। यानी, यह सिर्फ पूजा-स्थल नहीं, बल्कि शिक्षा-संस्थान के रूप में भी उपयोग में है।
बिल्वेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन का समय
मंदिर श्वेत सप्ताह के लिए खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक है।
बिल्वेश्वर महादेव मंदिर के प्रमुख त्यौहार
शिवरात्रि और सावन सोमवार मंदिर के प्रमुख त्योहार हैं। भक्तिभारत के अनुसार 2025 में, जगन्नाथ रथ यात्रा भी यहाँ बड़े धूमधाम से मनाई गई थी। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और स्थानीय गणमान्य लोगों ने भाग लिया था।
बिल्वेश्वर महादेव मंदिर तक कैसे पहुंचें
बिल्वेश्वर महादेव मंदिर सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम रेलवे स्टेशन मेरठ कैंट रेलवे स्टेशन है। रेल-स्टेशन से लगभग 1–2 किलोमीटर का रास्ता तय करके ऑटो/रिक्शा या वॉक करके मंदिर पहुँचा जा सकता है।

बिल्वेश्वर नाथ मंदिर
6 AM - 9 PM
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