Haanuman Bhajan

☀️वृश्चिक संक्रान्ति - Vrishchika Sankranti

Sankranti Date: Sunday, 16 November 2025
वृश्चिक संक्रान्ति

हिंदू पंचांग के अनुसार, संक्रांति (Sankranti) का अर्थ है सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। भारत के कुछ हिस्सों में, प्रत्येक संक्रांति को एक महीने की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया जाता है। दूसरी ओर, कुछ अन्य हिस्सों में, एक संक्रांति को प्रत्येक महीने के अंत के रूप में और अगले दिन को एक नए महीने की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया जाता है।

संक्रांति, दान के लिए अनुकूल है, लेकिन इस दिन शुभ कार्यों से बचा जाता है। मकर संक्रांति एक समृद्ध चरण या संक्रमण के पवित्र चरण की शुरुआत का प्रतीक है। संक्रांति के बाद सभी पवित्र अनुष्ठान और शुभ समारोह किए जा सकते हैं।

संबंधित अन्य नामसंक्रान्ति
कारणसूर्य का एक राशि से दूसरी राशि की ओर स्थानांतरित होना।
उत्सव विधिसूर्य भगवान की उपासना, दान-दक्षिणा, गंगा स्नान, पवित्र नदियों मे स्नान, मेला।

Vrishchika Sankranti in English

As per Hindu Panchang, Sankranti (संक्रांति) means movement of the Sun from one Rashi to the next. In some parts of India, each Sankranti is marked as the beginning of a month.

संक्रांति कब है?

वृश्चिक संक्रान्ति : रविवार, 16 नवम्बर 2025 [Delhi]

वृश्चिक संक्रान्ति मुहूर्त :
पुण्य काल - 08:02 AM से 01:45 PM
महा पुण्य काल - 11:58 AM से 01:45 PM

मासिक संक्रांति क्या है?

तो एक वर्ष में, 12 संक्रांति होती है और यह भगवान सूर्य (सूर्य देवता) को समर्पित है। सभी 12 संक्रांति में 'मकर संक्रांति' सबसे मान्य है और यह पूरे भारत में मनाई जाती है।

सबसे महत्वपूर्ण संक्रांतियों के नाम

◉ तुला संक्रांति [पहाड़ी कार्तिक माह]
◉ वृश्चिक संक्रांति [पहाड़ी मार्गशीर्ष माह]
◉ धनु संक्रांति [पहाड़ी पौष ]
मकर संक्रांति - पौष संक्रांति [माघ ]
◉ कुम्भ संक्रांति [पहाड़ी फाल्गुन]
◉ मीन संक्रांति - फूलदेई [पहाड़ी चैत्र माह]
◉ मेष संक्रांति - [सोलर नववर्ष] / पना संक्रांति / विषुक्कणी / पोइला बोइशाख [पहाड़ी वैशाख माह]
◉ वृषभ संक्रांति [पहाड़ी ज्येष्ठ माह]
◉ मिथुन संक्रांति [पहाड़ी आषाढ़ माह]
◉ कर्क संक्रांति - हरेला [पहाड़ी श्रावण माह]
◉ सिंह संक्रांति - घी संक्रांति [पहाड़ी भाद्रपद माह]
कन्या संक्रांति [पहाड़ी अश्विन माह]

संबंधित जानकारियाँ

आगे के त्यौहार(2025)
16 November 202516 December 2025
आवृत्ति
मासिक
समय
1 दिन
महीना
हर महीने की संक्रांति।
कारण
सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि की ओर स्थानांतरित होना।
उत्सव विधि
सूर्य भगवान की उपासना, दान-दक्षिणा, गंगा स्नान, पवित्र नदियों मे स्नान, मेला।
महत्वपूर्ण जगह
प्रयागराज, गंगा सागर, पवित्र नदियाँ।
पिछले त्यौहार
तुला संक्रान्ति : 17 October 2025, कन्या संक्रान्ति : 17 September 2025, सिंह संक्रान्ति : 17 August 2025, कर्क संक्रान्ति : 16 July 2025, मिथुन संक्रान्ति : 15 June 2025, वृषभ संक्रान्ति : 15 May 2025, मेष संक्रान्ति : 14 April 2025, मीन संक्रान्ति : 14 March 2025, कुम्भ संक्रान्ति : 12 February 2025, 14 January 2025, धनु संक्रांति : 15 December 2024
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वृश्चिक संक्रान्ति 2025 तिथियाँ

FestivalDate
वृश्चिक संक्रान्तिरविवार, 16 नवंबर 2025
धनु संक्रान्तिमंगलवार, 16 दिसंबर 2025
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