कसार देवी, उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र के अल्मोड़ा में स्थित है। कसार देवी कुमाऊँ क्षेत्र के अधिस्ठात्री देवी हैं। कसार देवी मंदिर कुमाऊँ की काशी पहाड़ियों की एक पहाड़ी की चोटी पर, अल्मोड़ा-बागेश्वर मार्ग से दूर एक पहाड़ी पर स्थित है। इसकी ऊँचाई समुद्र तल से लगभग 2,116 मीटर है। स्वामी विवेकानंद ने 1890 के दशक में यहाँ ध्यान किया था, जिससे इस स्थान की लोकप्रियता बढ़ी।
कसार देवी मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
माना जाता है कि यह मंदिर दूसरी शताब्दी ईस्वी का है। स्कंद पुराण और देवी भागवत पुराण के अनुसार, इस स्थान पर देवी कात्यायनी ने शुंभ और निशुंभ दैत्यों का संहार किया था, और यह 108 शक्तिपीठों में से एक है। देवी का मंदिर बड़ी चट्टानों से बनी एक गुफा जैसी संरचना में स्थित है। यहाँ एक अखंड ज्योति है जो निरंतर जलती रहती है, और एक धूनी/हवन कुंड है जिसकी राख के बारे में स्थानीय मान्यता है कि इसमें उपचारात्मक गुण (विशेषकर मानसिक/आध्यात्मिक/भावनात्मक) होते हैं।
समय के साथ यह आध्यात्मिक साधकों, मनीषियों, कलाकारों और लेखकों - भारतीय और विदेशी, दोनों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गया।
एक पहाड़ी पर स्थित होने के कारण, कई लोग दावा करते हैं कि यहाँ एक प्रबल भू-चुंबकीय क्षेत्र है जो आध्यात्मिक शांति की अनुभूति में योगदान देता है। इस चुंबकीय क्षेत्र के प्रभावों का अध्ययन करने के लिए नासा के वैज्ञानिक भी यहां आ चुके हैं।
कसार देवी मंदिर का दर्शन समय
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 6:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक है।
कसार देवी मंदिर के प्रमुख त्यौहार
कार्तिक पूर्णिमा और (नवंबर-दिसंबर) पर आयोजित कसार देवी मेला एक प्रमुख त्यौहार है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
कसार देवी मंदिर कैसे पहुँचें
कसार देवी, उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर से लगभग 8-10 किमी. की दूरी पर है। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है जो लगभग 90-105 किमी. दूर है। निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है लगभग 120-130 किमी. है। सड़कें घुमावदार हैं लेकिन सुविधानुसार हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
❀ आरामदायक जूते (ट्रैकिंग के लिए), गर्म कपड़े (खासकर सुबह/शाम को ठंड हो सकती है), पानी, धूप से बचाव। चूँकि कुछ जगहों पर मोबाइल सिग्नल कम हो सकता है, इसलिए तदनुसार योजना बनाएँ।
❀ वसंत (मार्च-जून) और शरद ऋतु (सितंबर-नवंबर) मे मौसम सुहावना होता है, आसमान साफ़ रहता है, इसलिए हिमालय के नज़ारे बेहद खूबसूरत होते हैं। मानसून में भारी बारिश और फिसलन भरे रास्ते हो सकते हैं।
6 AM - 7 PM
कसार देवी मंदिर उत्तराखंड अल्मोड़ा | चुंबकीय शक्ति से भरा मां कसार देवी के मंदिर का राज़ क्या है ?
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