
			श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित एक लोकप्रिय मंदिर है जो आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में पलासा के पास काशीबुग्गा शहर में स्थित है। श्री वेंकटेश्वर स्वामी, जिन्हें बालाजी के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर उत्तरी आंध्र प्रदेश में भक्तों के लिए एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है, जो अपने दिव्य वातावरण और पारंपरिक दक्षिण भारतीय मंदिर वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इसे छोटा तिरुपति भी कहा जाता है।
 श्रीकाकुलम वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का इतिहास और वास्तुकला 
इस मंदिर को तिरुपति की वास्तुकला पर आधारित बताया गया है। यहाँ विराजमान देवता भगवान वेंकटेश्वर की खड़ी मुद्रा में पूजा की जाती है - तिरुमाला तिरुपति के दिव्य रूप के समान।
पूर्व की ओर मुख करके खड़े (स्थानु रूप), भगवान विष्णु को कलियुग वैकुंठ वास - ब्रह्मांड के रक्षक - के रूप में दर्शाते हैं। भगवान अपने ऊपरी हाथों में शंख और चक्र धारण करते हैं, दायाँ निचला हाथ वरद मुद्रा (वरदान मुद्रा) में और बायाँ निचला हाथ जांघ पर टिका हुआ है। यह मूर्ति आभूषणों और रेशमी वस्त्रों से सुसज्जित है, बिल्कुल तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति की तरह। कुछ अनुष्ठानों में, मुख्य देवता के साथ श्री देवी और भू देवी (देवी लक्ष्मी के रूप) की भी पूजा की जाती है।
वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर एक निजी मंदिर है, जो 12 एकड़ निजी भूमि पर बना है। इस मंदिर का निर्माण और वित्तपोषण स्थानीय क्षेत्र के एक वरिष्ठ जमींदार/भक्त हरि मुकुंद (हरिमुकुंद) पांडा ने निजी तौर पर किया था। यह मंदिर हाल ही में खुला है - अधिकांश स्रोतों के अनुसार इसका उद्घाटन लगभग 4-5 महीने पहले हुआ था।
 वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का दर्शन समय 
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह (सुबह 6 बजे से 9 बजे तक) या शाम (शाम 5 बजे से 8 बजे तक) है।
 वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, श्रीकाकुलम के प्रमुख त्यौहार 
ब्रह्मोत्सव, वैकुंठ एकादशी और कल्याणोत्सव के दौरान नियमित पूजा, विशेष सेवा और भव्य समारोह हजारों भक्तों को आकर्षित करते हैं। यह मंदिर भक्ति और शांति का प्रतीक है, जो भगवान श्रीनिवास में स्थानीय समुदाय की गहरी आस्था को दर्शाता है।
 श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर कैसे पहुँचें 
श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में पलासा के पास काशीबुग्गा में स्थित है। काशीबुग्गा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 16 (पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 5) द्वारा सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पलासा रेलवे स्टेशन सबसे नज़दीकी है, जो केवल 3 कि.मी. दूर है। निकटतम हवाई अड्डा विशाखापत्तनम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
 ध्यान रखने योग्य बातें 
सुरक्षा संबंधी जागरूकता: भीड़ की संख्या, प्रवेश/निकास का ध्यान रखें और मंदिर प्रबंधन या स्थानीय अधिकारियों के किसी भी निर्देश का पालन करें।						
6 AM - 8 PM
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