श्रीकांतेश्वरम महादेव मंदिर, पझावंगडी, तिरुवनंतपुरम, केरल में स्थित है। भगवान शिव को समर्पित यह एक प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है। मंदिर का इतिहास 700 साल से अधिक पुराना है, जिसमें देवता को श्रीकांतेश्वरन के नाम से पूजा जाता है, जिन्हें गौरी शंकर के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन का प्रतीक है।
श्रीकांतेश्वरम महादेव मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
श्रीकांतेश्वरम महादेव मंदिर के मुख्य देवता भगवान शिव हैं, जिनका मुख पूर्व की ओर है। हालाँकि देवी पार्वती की कोई मूर्ति नहीं है, लेकिन माना जाता है कि वह गर्भगृह में हमेशा मौजूद रहती हैं। मंदिर के भीतर स्थापित अन्य देवताओं में महा गणपति, भगवान मुरुगन (सुब्रमण्य), अंजनेय (हनुमान), श्री कृष्ण, स्वामी अय्यप्पन और नागराज शामिल हैं। यह मंदिर पारंपरिक केरल वास्तुकला का अनुसरण करता है।
किंवदंती के अनुसार, पझाया श्रीकंटेश्वरम मंदिर की एक वृद्ध महिला सफाईकर्मी ने इस स्थान पर विश्राम करते समय स्वयंभू शिव लिंग की मूर्ति को पहचाना। उसे इस स्थान पर शिव के दर्शन हुए।
श्रीकंटेश्वरम महादेव मंदिर का समय और दैनिक अनुष्ठान
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 4:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक है और शाम को दर्शन का समय शाम 5:00 बजे से रात 8:30 बजे तक है।
श्रीकंटेश्वरम महादेव मंदिर में प्रमुख त्यौहार:
श्रीकांतेश्वरम महादेव मंदिर में कई प्रमुख त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें तिरुवथिरा महोत्सव भी शामिल है, जो मलयालम महीने धनु (दिसंबर-जनवरी) में आयोजित होने वाला 10 दिवसीय वार्षिक त्यौहार है, जिसका समापन तिरुवथिरा के दिन होता है। महा शिवरात्रि, हर शिवरात्रि पर 24 घंटे का पलाभिषेकम (दूध चढ़ाना) मुख्य अनुष्ठान है।
कैसे पहुँचें श्रीकंटेश्वरम महादेव मंदिर:
मंदिर स्थानीय बसों, टैक्सियों और ऑटो-रिक्शा द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन लगभग 2 किमी दूर है। त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा मंदिर से लगभग 6 किमी दूर है।
4:00 AM - 8:30 PM
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