लाज रखो हे कृष्ण मुरारी - भजन (Laj Rakho Hey Krishna Murari)


हे बनवारी, हे गिरधारी, लाज रखो हे कृष्ण मुरारी
लाज रखो हे कृष्ण मुरारी,हे गिरधारी हे बनवारी
कहता है खुद को तू बलशाली,
खींच रहा अबला की साड़ी,
लाज रखों हे कृष्ण मुरारी,
हे गिरधारी हे बनवारी ॥

अब मैं समझी एक है अंधा,
यहाँ तो सारी सभा है अंधी
हे गिरधारी हे बनवारी,
लाज रखों हे कृष्ण मुरारी ॥
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लाज रखो हे कृष्ण मुरारी

हे बनवारी, हे गिरधारी, लाज रखो हे कृष्ण मुरारी, लाज रखो हे कृष्ण मुरारी,हे गिरधारी हे बनवारी ॥

दुख हर्ता बनके, सुखकर्ता बनके, चले आना - भजन

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सुखकर्ता बनके, चले आना, गणपति चले आना ॥

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