Shravan Maas 2025 Date: Friday, 11 July 2025
श्रावण मास हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना है। श्रावण का महीना पूरे भारतियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन से हुआ है। कई हिंदुओं के लिए श्रावण का महीना उपवास का महीना होता है और कई हिंदू हर सोमवार को भगवान शिव और हर मंगलवार को देवी पार्वती का उपवास करते हैं। इस महीने के मंगलवार के उपवास को स्थानीय रूप से मंगला गौरी व्रत के रूप में जाना जाता है।
नेपाल, उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों में श्रावण माह कर्क संक्रांति से प्रारम्भ हो जाता है।
श्रावण मास का उत्सव
श्रावण मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। सावन के सोमवार, मंगला गौरी पूजा, निडरी नवमी, कामिका एकादशी, हरियाली अमावस, श्रावणी तीज, नाग पंचमी, रक्षाबंधन आदि पर्व केवल श्रावण मास में मनाएं जाते है।
श्रावण मास 2025
इस वर्ष श्रावण मास की गणना 11 जुलाई, 2025 - 9 अगस्त, 2025 तक है।
श्रावण मास 2025 व्रत, पर्व, जयंती और उत्सव
11 जुलाई 2025, शुक्रवार - इष्टि
13 जुलाई 2025, रविवार - जयापार्वती व्रत समाप्त
14 जुलाई 2025, सोमवार - गजानन संकष्टी चतुर्थी
16 जुलाई 2025, बुधवार - कर्क संक्रान्ति
21 जुलाई 2025, सोमवार - कामिका एकादशी
22 जुलाई 2025, मंगलवार - प्रदोष व्रत
24 जुलाई 2025, बृहस्पतिवार - दर्श अमावस्या, अन्वाधान, श्रावण अमावस्या
25 जुलाई 2025, शुक्रवार - इष्टि
26 जुलाई 2025, शनिवार - चन्द्र दर्शन
27 जुलाई 2025, रविवार - हरियाली तीज
29 जुलाई 2025, मंगलवार - नाग पञ्चमी
30 जुलाई 2025, बुधवार - कल्की जयन्ती
5 अगस्त 2025, मंगलवार - श्रावण पुत्रदा एकादशी
6 अगस्त 2025, बुधवार - प्रदोष व्रत
8 अगस्त 2025, शुक्रवार - वरलक्ष्मी व्रत
9 अगस्त 2025, शनिवार - रक्षा बन्धन, राखी, गायत्री जयन्ती, श्रावण पूर्णिमा, अन्वाधान
संबंधित अन्य नाम | शावन मास, श्रावण |
कारण | भगवान शिव |
उत्सव विधि | मंदिर में प्रार्थना, व्रत, घर में पूजा |
For Hindus, the month of Shravan is a month of fasting and many Hindus observe a fast for Bhagwan Shiva every Monday and Devi Parvati every Tuesday.
श्रावण मास का महत्व
भारत के सभी शिवालयों में श्रावण सोमवार पर
हर-हर महादेव और बोल बम बोल की गूँज सुनाई देती है। श्रावण मास में शिव-पार्वती का पूजन बहुत फलदायी होता है। इसलिए सावन मास का बहुत महत्व है।
हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। कहा जाता है कि इस महीने में भगवान भोलेनाथ की कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस श्रावण मास में
रामचरित मानस एवं राम नाम संकिर्तन का विशेष महत्व है, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रावण के महीने में माता पार्वती ने तपस्या करके भोलेनाथ को प्रसन्न किया था और उन्हें पति रूप में प्राप्त किया था।
सावन में कौन से भगवान की अर्चना की जाति है?
सावन में भगवान शिव की आराधना सर्वोपरि है। इतना ही नहीं शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन का हर दिन विशेष महत्व का होता है। सावन मास की सावन के प्रत्येक सोमवार हर किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए सर्वोत्तम माना गया है।
सावन महीने में क्या करें और क्या ना करें?
❀ सावन महीने में दान का बड़ा महत्व माना गया है। गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करने से आपको पुण्यफल की प्राप्ति होती है और भोलेबाबा की कृपा बनी रहती है।
❀ इस महीने में घरों या मंदिरों में भजन कीर्तन या सत्संग करना चाहिए. इससे आपको आत्मशांति मिलती है।
❀ सावन पवित्र महीना है ऐसे में इस महीने आपको मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. तामसिक चीजें इस महीने में वर्जित मानी गई हैं।
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आगे के त्यौहार(2025)
11 July 20259 August 2025
उत्सव विधि
मंदिर में प्रार्थना, व्रत, घर में पूजा
Updated: May 15, 2025 15:52 PM
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श्रावण मास 2025 2025 तिथियाँ
Festival | Date |
| 11 July 2025 |
| 9 August 2025 |