अट्टुकल भगवती मंदिर - Attukal Bhagavathy Temple

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ अट्टुकल भगवती मंदिर देवी भद्रकाली को समर्पित है।
◉ यह मंदिर पद्मनाभस्वामी मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
◉ अट्टुकल पोंगल अटुकल भगवती मंदिर का प्रमुख त्योहार है।
अट्टुकल भगवती मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम के मध्य में स्थित है। यह देवी भद्रकाली को समर्पित एक प्रमुख हिंदू तीर्थस्थल है, जिसे तमिल महाकाव्य सिलप्पादिकारम की कन्नगी के रूप में भी पहचाना जाता है। यह मंदिर तिरुवनंतपुरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर , पूर्वी फोर्ट से दो किलोमीटर दुरी पर स्थित है और पझावंगडी गणपति मंदिर केवल 3.00 किलोमीटर दूर है।

अट्टुकल भगवती मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
अट्टुकल भगवती मंदिर स्थानीय राजाओं ने निर्माण किया था। त्रावणकोर शाही परिवार ने 19वीं शताब्दी में इसका जीर्णोद्धार किया। मंदिर के अंदर दो मूर्तियाँ हैं: एक सोने के आभूषणों और कीमती पत्थरों से सजी हुई है और दूसरी उसके पीछे रखी गई है। मंदिर में महिषासुरमर्दिनी, श्री पार्वती, भगवान शिव और भगवान विष्णु के दस अवतारों जैसे देवताओं की जटिल नक्काशी है। दक्षिणी गोपुर में दक्षयाग को दर्शाया गया है और दोनों ओर कन्नकी की कहानी बताई गई है।

अक्सर \"महिलाओं का सबरीमाला\" कहा जाने वाला अट्टुकल भगवती मंदिर केरल और तमिलनाडु शैलियों के मिश्रण वाली अपनी वास्तुशिल्प उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। जटिल नक्काशी में भगवान शिव के साथ महिषासुरमर्दिनी और श्री पार्वती जैसे विभिन्न देवताओं को दर्शाया गया है और इसकी दीवारों पर पौराणिक कहानियाँ भी हैं।

अट्टुकल भगवती मंदिर दर्शन समय
अट्टुकल भगवती मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम को 5:00 बजे से रात 8:30 बजे तक है। मंदिर दोपहर 12:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक बंद रहता है।

अट्टुकल भगवती मंदिर में प्रमुख त्यौहार
अट्टुकल पोंगाल प्रमुख त्यौहार है। हर साल फरवरी या मार्च में आयोजित होने वाला यह 10 दिवसीय त्यौहार नौवें दिन समाप्त होता है, जिसमें लाखों महिलाएँ पोंगल नामक पवित्र प्रसाद तैयार करती हैं। यह धार्मिक गतिविधि के लिए महिलाओं की सबसे बड़ी सभा का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड रखता है।

नवरात्रि, महा शिवरात्रि, विनायक चतुर्थी, कुथियोट्टम और थलप्पोली (लड़कों और लड़कियों द्वारा किए जाने वाले पारंपरिक अनुष्ठान, देवी के योद्धाओं का प्रतीक)। पूजा वायपु (विजयदशमी के दिन मनाया जाता है)। ऐश्वर्या पूजा: सभी पूर्णिमा के दिन आयोजित की जाती है।

भक्त विभिन्न अनुष्ठानों जैसे कि कुंजूनु (बच्चों के लिए पहला चावल खिलाने की रस्म), तुलाभरम (वजन के आधार पर प्रसाद), विद्यारंभम (शिक्षा में दीक्षा) और अर्चना (देवी के नाम का जाप) में भाग ले सकते हैं। मुख्य प्रसाद, मुझुक्कप्पु (मूर्ति को चंदन के लेप से ढंकना), 2025 तक के लिए बुक किया गया है, तथा कलाभाभिषेकम अगले पांच वर्षों के लिए बुक किया गया है।

अट्टुकल भगवती मंदिर ड्रेस कोड
पुरुष: धोती या सफेद पंचा; शर्ट और बनियान की अनुमति नहीं है।
महिलाएँ: साड़ी या पारंपरिक पोशाक; धोती या सफेद पंचा से लपेटना स्वीकार्य है।

अट्टुकल भगवती मंदिर तक कैसे पहुँचें
यह मंदिर तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन से लगभग 3.5 किमी और तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लगभग 5 किमी दूर स्थित है।
प्रचलित नाम: कन्नगी, देवी भद्रकाली
Attukal Bhagavathy Temple - Read In English
Attukal Bhagavathy Temple is located in the heart of Thiruvananthapuram in Kerala. It is a major Hindu pilgrimage center dedicated to Devi Bhadrakali.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
5 AM - 8:30 PM
मंत्र
ॐ नमो भगवती
त्योहार
Attukal Pongal, Navratri, Shivaratri, Vinayaka Chaturthi, Kuthiyottam, Thalappoli | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल
स्थापना
19th Century
समर्पित
देवी दुर्गा
वास्तुकला
द्रविड़ शैली

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
P.O, Attukal - Chiramukku Rd, C Block Attukal, Manacaud Kerala
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
8.4698623°N, 76.9554858°E

क्रमवद्ध - Timeline

5 AM - 8:30 PM

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Updated: Jun 05, 2025 18:08 PM