सफल लाइफ में ऐसा कोई भी शॉर्टकट नहीं - प्रेरक कहानी (Shortcut Of Success In Life)


एक बार एक चिड़िया जंगल मे अपने मीठे सुर मे गाना गा रही थी। तभी, उसके पास से एक किसान कीड़ों से भरा एक संदूक ले करके गुजरा।
चिड़िया ने उस किसान को रोक कर पूछा - भाई तुम्हारे संदूक के अंदर क्या है, और अभी तुम कहाँ जा रहे हो?
किसान ने चिड़िया से कहासी - इस संदूक में कीड़े हैं और वह बाजार से उन कीड़ो के बदले पंख खरीदेगा। इतना कहकर किसान बाजार की तरफ बढ़ने लगा।


चिड़िया ने किसान का रास्ता रोकते हुए अनुरोध किया - पंख तो मेरे पास भी हैं। मुझे कीड़े तलाशने के लिये बहुत सफर करना पड़ता है, तुम मेरा एक पंख ले लो और बदले में मुझे कीड़े दे दो। इससे मुझे कीड़ों की तलाश के लिये बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

किसान ने चिड़िया को कीड़े दे दिए, और ने बदले में उसे उसका एक पंख तोड़कर दे दिया। उसके बाद रोज यही सिलसिला चलता रहा, और एक दिन ऐसा भी आया, जब के पास देने के लिए एक भी पंख नहीं बचा। वह उड़कर कीड़े तलाशने लायक भी नहीं रह गई थी। वह भद्दी भी दिखाने लगी, उसने अब गाना भी छोड़ दिखा। भोजन की तलाश करते-करते जल्दी ही वह मर गई।


दोस्तो यही बातें हमारी जिंदगी मे भी लागू होती है। कई बार हम ऐसा रास्ता चुनते हैं जो हमें शुरूआती दौर मे बहुत आसान लगता है पर वही रास्ता हमें आगे चलकर मुश्किल में डाल देता है। चिड़िया को भोजन हासिल करने का तरीका बहुत आसान लगा लेकिन आगे चलकर वही मुश्किल और नुकसानदेह तरीका साबित हुआ।

लाइफ में ऐसा कोई भी शॉर्टकट नहीं है जो आपको तुरंत सफल बना दे अच्छा होगा कि आप लालच मे न फसे और आसान रास्ता रूपी सबसे खतरनाक रास्ते मे अपने कदम न बढ़ाएँ।
Prerak-kahani Success Prerak-kahaniSuccess In Life Prerak-kahaniShortcut In Life Prerak-kahaniKisan Prerak-kahaniChidiya Prerak-kahaniFarmer Prerak-kahani
अगर आपको यह prerak-kahani पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

Latest Prerak-kahani ›

गणेश विनायक जी की कथा - प्रेरक कहानी

एक गाँव में माँ-बेटी रहती थीं। एक दिन वह अपनी माँ से कहने लगी कि गाँव के सब लोग गणेश मेला देखने जा रहे हैं..

दद्दा की डेढ़ टिकट - प्रेरक कहानी

एक देहाती बुजुर्ग ने चढ़ने के लिए हाथ बढ़ाया। एक ही हाथ से सहारा ले डगमगाते कदमों से वे बस में चढ़े, क्योंकि दूसरे हाथ में थी भगवान गणेश की एक अत्यंत मनोहर बालमूर्ति थी।

सनातन गोस्वामी का नियम - प्रेरक कहानी

गिरि गोवर्द्धन की नित्य परिक्रमा करना, अब उनकी अवस्था 90 वर्ष की हो गयी थी, नियम पालन मुश्किल हो गया था फिर भी वे किसी प्रकार निबाहे जा रहे थे।..

राधा रानी भक्त गुलाब सखी - सत्य कथा

श्री बरसाने में प्रेम सरोवर के मार्ग पर एक समाधी बनी हुई है। जिसे हर कोई गुलाब सखी (Gulab Sakhi) के चबूतरे के नाम से जानते है। एक भक्त का नाम गुलाब खान(Gulab Khan) था।

श्री राधा नाम की कीमत - प्रेरक कहानी

एक बार एक व्यक्ति था। वह एक संत जी के पास गया। और कहता है कि संत जी, मेरा एक बेटा है। वो न तो पूजा पाठ करता है और न ही भगवान का नाम लेता है।