Shri Krishna Bhajan

दीपम उत्सव 2020 (Deepam Utsav 2020)

दीपों का यह त्यौहार इस वर्ष 29 नवंबर को सुवह 3:19 बजे शुरू होगा और 30 नवंबर को प्रातः 6:04 बजे समाप्त होता है।
दीपम उत्सव या कार्तिगाई दीपम एक हिंदू त्योहार है जो मुख्य रूप से दक्षिण भारत में तमिल और तेलुगु समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह बहुत पुराना त्योहार है और पड़ोसी राज्यों जैसे केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी मनाया जाता है।

Deepam Utsav 2020 in English

Deepam Utsav or Karthigai Deepam is a Hindu festival celebrated mainly by the people of Tamil and Telugu communities in South India.
यह भी जानें

Blogs Deepam Utsav BlogsKarthigai Deepam Blogs

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

ब्लॉग ›

हिंदू देवताओं को सोने से क्यों सजाया जाता है?

हिंदू परंपरा में, देवताओं को सोने के आभूषणों से विलासिता के लिए नहीं, बल्कि गहरे प्रतीकात्मक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कारणों से सजाया जाता है।

मंडला पूजा क्या है?

मंडला पूजा, शास्त्रों में निर्धारित सभी तपस्या और दिनचर्या के साथ 41 दिनों की लंबी अवधि पूरे कठोर रीती रिवाज़ के साथ पालन किया जाने वाला अनुष्ठान है।

ब्रज के भावनात्मक 12 ज्योतिर्लिंग

ब्रजेश्र्वर महादेव: (बरसाना)श्री राधा रानी के पिता भृषभानु जी भानोखर सरोवर मे स्नान करके नित्य ब्रजेश्वर महादेव की पूजा करते थे।

जैन ध्वज क्या है?

जैन धर्म में जैन ध्वज महत्वपूर्ण है और इसके अनुयायियों के लिए एकता के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। विभिन्न समारोहों के दौरान जैन ध्वज मंदिर के मुख्य शिखर के ऊपर फहराया जाता है।

रुद्राभिषेक क्या है ?

अभिषेक शब्द का शाब्दिक अर्थ है – स्नान कराना। रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान रुद्र का अभिषेक अर्थात शिवलिंग पर रुद्र के मंत्रों के द्वारा अभिषेक करना।

शरद विषुव | सितंबर विषुव

ग्रीष्म संक्रांति तब होती है जब पृथ्वी का सूर्य की ओर झुकाव अधिकतम होता है। इसलिए, ग्रीष्म संक्रांति के दिन, सूर्य दोपहर की स्थिति के साथ अपनी उच्चतम ऊंचाई पर दिखाई देता है जो ग्रीष्म संक्रांति से पहले और बाद में कई दिनों तक बहुत कम बदलता है।

ब्रह्म मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त सुबह का एक पवित्र समय है, जिसे भारतीय आध्यात्मिक और योगिक परंपराओं में अत्यधिक शुभ माना जाता है।

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP