Updated: Feb 17, 2022 07:01 AM |
बारें में | संबंधित जानकारियाँ | यह भी जानें
Matsya Jayanti Date: Friday, 24 March 2023
मत्स्य अवतार भगवान विष्णु के दस अवतारों मे से पहले अवतार हैं, जो राक्षस हयग्रीव से ब्रह्मांड को बचाने के लिए अवतरित हुए थे। मत्स्य जयन्ती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है।
मत्स्य पुराण के अनुसार इस दिन मत्स्य अवतार में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इसे हयपंचमी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु ने मध्याह्नोत्तर बेला में पुष्पभद्रा तट पर मत्स्यावतार धारण कर जगत् कल्याण किया था।
संबंधित अन्य नाम | हयपंचमी |
सुरुआत तिथि | चैत्र शुक्ला तृतीया |
कारण | भगवान विष्णु का पहला अवतार |
उत्सव विधि | पूजा, कथा, भजन-कीर्तन, सत्यनारायण कथा। |
The Matsya avatar is the first of the ten incarnations of Lord Vishnu, who incarnated to save the universe from the demon Hayagriva.
श्री विष्णु मत्स्य अवतार पौराणिक कथा
एक बार ब्रह्मा जी के पास से वेदों को एक बहुत बड़े दैत्य हयग्रीव ने चुरा लिया। चारों ओर अज्ञानता का अंधकार फैल गया और पाप तथा अधर्म का बोल-बाला हो गया। तब भगवान ने धर्म की रक्षा के लिए मत्स्य रूप धारण करके उस दैत्य का वध किया और वेदों की रक्षा की। ..मत्स्य अवतार की पूरी कथा जानने के लिए यहाँ
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संबंधित जानकारियाँ
सुरुआत तिथि
चैत्र शुक्ला तृतीया
समाप्ति तिथि
चैत्र शुक्ला तृतीया
कारण
भगवान विष्णु का पहला अवतार
उत्सव विधि
पूजा, कथा, भजन-कीर्तन, सत्यनारायण कथा।
महत्वपूर्ण जगह
श्री राम मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, श्री कृष्ण मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर
पिछले त्यौहार
3 April 2022, 15 April 2021, 27 March 2020
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