भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान विष्णु को समर्पित अनंत चतुर्दशी पर्व मनाया जाता है। अनंत चतुर्दशी त्योहार का हिंदू धर्म में बहुत ही विशेष महत्व है और इसे अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है। भगवान विष्णु को 14 गांठ वाले अनंत डोर अर्पित किया जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन भी किया जाता है।
इस वर्ष अनंत चतुर्दशी बृहस्पतिवार, सितम्बर 28, 2023 को मनाई जाएगी।
अनंत चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त
अनन्त चतुर्दशी पूजा मुहूर्त - 06:12 AM से 06:49 PM
अवधि - 12 घण्टे 37 मिनट्स
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 27, 2023 को 10:18 पी एम बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त - सितम्बर 28, 2023 को 06:49 पी एम बजे
अनंत चतुर्दशी की पूजा विधि
❀ अनंत चतुर्दशी के दिन सुबह स्नान कर पूजा स्थल की सफाई करें।
❀ कलश में कुश से बने अष्टदल कमल को स्थापित करें, आप प्रभु विष्णु की मूर्ति या चित्र भी स्थापित कर सकते हैं।
❀ सिंदूर, केसर और हल्दी में डुबोकर 14 गांठ का धागा तैयार कर लें। धागे को भगवान विष्णु की मूर्ति के सामने रखें। अब रुई और भगवान की मूर्ति को षोडशोपचार विधि से पूजन करें।
❀ पूजा के बाद इस मंत्र का जाप करें अनंत संसार महासुमद्रे मृं संभद्र वासुदेव, अनंतरूपे विनिजयस्वा ह्रानंतसुत्रेय नमो नमस्ते ऐसा करने के बाद धागे को अपनी दाहिनी कलाई पर बांधना चाहिए, महिलाओं को इसे अपनी बाईं कलाई पर बांधना चाहिए। इस पवित्र धागे को अनंत कहा जाता है।
❀ अंत में पूजा का प्रसाद बांटें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
ऐसा माना जाता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की उचित पूजा विधि से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
संबंधित अन्य नाम | अनंत चौदस |
सुरुआत तिथि | भाद्रपद शुक्ला चतुर्दशी |
कारण | गणेश विसर्जन, विष्णु पूजा, जैन महोत्सव |
उत्सव विधि | घर पर प्रार्थना, विष्णु मंदिर पर प्रार्थना |
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