
बाबा बालकनाथ मंदिर से प्रारंभ होकर शक्तिपीठ की सिद्धियों को समायोजित किए यह मंदिर, बाबा बालकनाथ एवं माँ बगलामुखी पीठ के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर में स्थित अखंड धूना आस-पास के क्षेत्र की सभी नकारात्मक शक्तियों को भस्म करने मे सहायक है।
मंदिर के अंदर तथा बाहर माँ बगलमुखी यंत्र स्थापित है। मंदिर में चंद्रमा को धारण किए भगवान शिव श्री चंद्रमौलेश्वर रूप में अपने शाश्वत प्रतीक शिवलिंग में स्थापित है।
साल के प्रत्येक रविवार तथा सावन महिने में प्रतिदिन मंदिर द्वारा भंडारे आयोजित किए जाते हैं। दिव्यंगजन के लिए मंदिर द्वारा फ्री क्रत्रिम पैर लगवाने की व्यवस्था की जाती है। तथा गरीब कन्याओं की शादी में आर्थिक सहयोग भी किया जाता रहा है।

Temple Shikhar, Maa Baglamukhi Yanta on Top Floor

Maa Baglamukhi Fighting with Demon

Shri Chandramauleshwar Mahadev Shivling

Maa Baglamukhi as DP

Maa Baglamukhi Yantra

Full outer view of the temple

माँ बगलामुखी मंदिर

माँ बगलामुखी मंदिर

माँ बगलामुखी मंदिर

माँ बगलामुखी मंदिर

Maa Kali, Maa Laxmi, Maa Sarswati
October 1998
बाबा बालकनाथ की स्थापना।
2002
माँ बगलामुखी धाम स्थापना।
30 July 2008
श्रावण की शिवरात्रि को शिवलिंग की स्थापना हुई।
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