श्री जगदीश मंदिर, राजस्थान के उदयपुर शहर के मध्य में सिटी पैलेस के पास स्थित सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है। भगवान विष्णु (जगदीश जी के रूप में) को समर्पित यह मंदिर अपनी अद्भुत इंडो-आर्यन (मारू-गुर्जर) शैली की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। जगदीश मंदिर, राजस्थान के उदयपुर में स्थित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है।
जगदीश मंदिर, उदयपुर का इतिहास और वास्तुकला
जगदीश मंदिर परिसर के अंदर भगवान विष्णु का मुख्य मंदिर है जहाँ जगन्नाथ जी की काले पत्थर की मूर्ति में बिराजमान हैं। परिसर में भगवान शिव, देवी शक्ति, भगवान गणेश और सूर्य देव के छोटे मंदिर है। वर्ष 1651 ईस्वी में निर्मित यह मंदिर महाराणा जगत सिंह प्रथम द्वारा निर्मित है।
जगदीश मंदिर तीन मंजिला मंदिर है और एक ऊँचे चबूतरे पर बना है। मंदिर में सुंदर नक्काशीदार स्तंभ, सुंदर छतें और चित्रित दीवारें हैं। सीढ़ियों के किनारे पत्थर के हाथी, नर्तक और घुड़सवार उकेरे गए हैं। मंदिर का मुख्य शिखर लगभग 79 फीट ऊँचा है, जो दूर से ही दिखाई देता है। जगदीश मंदिर 17वीं शताब्दी में ₹15 लाख की लागत से निर्मित है।
जगदीश मंदिर, उदयपुर का दर्शन समय
जगदीश मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 4:15 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक और शाम 5:15 बजे से रात 8:00 बजे तक है। यह मंदिर अपनी दैनिक आरती और विष्णु महापूजा के लिए प्रसिद्ध है, जो अनगिनत भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।
उदयपुर जगदीश मंदिर के प्रमुख त्यौहार
जन्माष्टमी, दिवाली और गणगौर मंदिर के प्रमुख त्यौहार हैं। Bhakti Bharat कहता है जगदीश महोत्सव, मंदिर का एक प्रमुख वार्षिक उत्सव है, जिसमें रंगारंग उत्सव, भक्ति गीत (भजन) और पारंपरिक संगीत शामिल होते हैं।
उदयपुर जगदीश मंदिर कैसे पहुँचें
जगदीश मंदिर उदयपुर शहर के केंद्र से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित है। जगदीश मंदिर के लिए निकटतम बस स्टॉप फतेहपुरा चौराहा स्टेशन है। मंदिर उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन से केवल 3 किमी की दूरी पर है।
जगदीश मंदिर
4 AM - 8 PM
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