Download Bhakti Bharat APP

चैत्र नवरात्रि विशेष 2025 (Chaitra Navratri Specials 2025)

चैत्र नवरात्रि विशेष 2025
हिंदू पंचांग के प्रथम माह चैत्र मे, नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि पर्व में व्रत, जप, पूजा, भंडारे, जागरण आदि में माँ के भक्त बड़े ही उत्साह से भाग लेते है।
आइए जानें! ऊर्जा से भरे इस उत्सव के जुड़ी कुछ विशेष जानकारियाँ, आरतियाँ, भजन, मंत्र, नामावली, मंदिर एवं रोचक कथाएँ त्वरित(quick) लिंक्स के द्वारा...

नवरात्रि कब, कैसे और क्यों?
चैत्र नवरात्रिराम नवमीचेटी चंडमत्स्य जयंती

नवमी स्पेशल:
श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
भए प्रगट कृपाला दीनदयाला
श्री राम रक्षा स्तोत्रम्
श्री राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे
श्री राम भजन

माता की आरतियाँ:
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी
अम्बे तू है जगदम्बे काली
माँ दुर्गा, माँ काली

चालीसा:
दुर्गा चालीसा
विन्ध्येश्वरी चालीसा

नवरात्रि मंत्र:
दुर्गा कवच
दुर्गा पूजा पुष्पांजली
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
माँ दुर्गा देव्यापराध क्षमा प्रार्थना स्तोत्रं
सिद्ध कुञ्जिका स्तोत्रम्
श्री विन्ध्येश्वरी स्तोत्रम्
स्वस्ति / स्वस्तिक मंत्र
दैनिक हवन-यज्ञ विधि

नामावली:
श्री दुर्गा माँ के 108 नाम
अथ दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला - श्री दुर्गा द्वात्रिंशत नाम माला
श्री लक्ष्मी के 108 नाम - श्रीलक्ष्मीष्टोत्तरशतनामावलिः
अन्नपूर्णा स्तोत्रम् - नित्यानन्दकरी वराभयकरी

नवरात्रि भजन:
नवरात्रि मे माता रानी के भजन
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये
मैं बालक तू माता शेरां वालिए
आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
मन लेके आया, माता रानी के भवन में
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
भजन: मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ जगदम्बे
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
सावन की बरसे बदरिया...

ब्लॉग:
नवरात्रि में कन्या पूजन की विधि
नवरात्रि व्रत के भोजन और लाभ
चैत्र नवरात्रि तिथियों में कैसे करें विधान से पूजा?
भारत में सात शीर्ष माँ दुर्गा मंदिर
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नवरात्रि कैसे मनाते हैं?
❀ कोरोना: लॉकडाउन, जनता कर्फ्यू, क्वारंटाइन के समय क्या पढ़ें?
चैत्र नवरात्रि के शुभ ज्योतिषीय उपाय

माता के मंदिर:
दिल्ली मे प्रसिद्ध माता रानी के मंदिर
दिल्ली के प्रमुख कालीबाड़ी मंदिर
श्री चंद्रभागा शक्ति पीठ, सोमनाथ
माँ ब्रह्माणी मंदिर, इटावा
श्री महालक्ष्मी मंदिर, पुणे
श्री महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई
श्री मुंबा देवी मंदिर, मुंबई
नवरात्रि 2025 की तारीखें
Navratri 2025 Dates
दिन तिथि नवरात्रि में देवी के नाम रँग
30 मार्च प्रतिपदा माता शैलपुत्री पूजा, नवरात्रि घटस्थापना, नववर्ष, चेटी चंड नारंगी
31 मार्च द्वितीया माता ब्रह्मचारिणी पूजा सफ़ेद
माता चंद्रघंटा पूजा, मत्स्य जयन्ती, गणगौर
1 अप्रैल चतुर्थी माता कुष्मांडा पूजा लाल
2 अप्रैल पंचमी माता स्कंद माता पूजा, लक्ष्मी पंचमी गहरा नीला
3 अप्रैल षष्ठी माता कात्यायनी पूजा पीला
4 अप्रैल सप्तमी माता कालरात्रि पूजा हरा
5 अप्रैल अष्टमी महा गौरी पूजा स्लेटी
6 अप्रैल नवमी राम नवमी, माता सिद्धिदात्री पूजा, स्वामीनारायण जयंती बैंगनी
7 अप्रैल दशमी नवरात्रि व्रत समाप्त।

Chaitra Navratri Specials 2025 in English

The nine-day Navratri festival, fasting, chanting, worshiping, Bhandare, Jagaran, etc., take place with great enthusiasm by the devotees of the Mata Durga. Navratri Start From 30th March 2025 and ends on 7th April 2025
यह भी जानें

अगले उत्सव, पर्व, व्रत एवं पूजा:
हनुमान जयंती / श्री हनुमान जन्मोत्सव
पना संक्रांतिवैशाखी

Blogs Maa Durga BlogsMata BlogsNavratri BlogsMaa Sherawali BlogsJagran BlogsMata Ki Chauki BlogsNavratri Aarti BlogsNavratri Bhajan BlogsNavratri Mantra Blogs

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ का मुकुट टाहिया

रथयात्रा के समय पहण्डी बिजे के दौरान भगवन टाहिया धारण करते हैं। टाहिया एकमात्र आभूषण है जिसे रथयात्रा अनुष्ठान के दौरान भगवान पहनते हैं।

भगवान जगन्नाथ के नील माधव के रूप में होने के पीछे क्या कहानी है?

नील माधव (या नीला माधव) के रूप में भगवान जगन्नाथ की कहानी प्राचीन हिंदू परंपराओं, विशेष रूप से ओडिशा की परंपराओं में निहित एक गहरी आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक कहानी है।

पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा के तीन रथ

रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा का वार्षिक रथ उत्सव है। वे तीन अलग-अलग रथों पर यात्रा करते हैं और लाखों लोग रथ खींचने के लिए इकट्ठा होते हैं।

शिव ने शिवा को बताया भक्ति क्या है?

भगवान शिव ने देवी शिवा अर्थात आदिशक्ति महेश्वरी सती को उत्तम भक्तिभाव के बारे मे इस प्रकार बताया..अरुणोदयमारभ्य सेवाकालेऽञ्चिता हृदा। निर्भयत्वं सदा लोके स्मरणं तदुदाहृतम्॥

लक्षदीपम

तिरुवनंतपुरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर अपने लक्षदीपम उत्सव के लिए प्रसिद्ध है - एक लुभावने उत्सव जिसमें मंदिर परिसर में एक लाख (100,000) तेल के दीपक जलाए जाते हैं।

बांके बिहारी मंदिर में घंटियाँ क्यों नहीं हैं?

उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित बांके बिहारी मंदिर कई मायनों में अनोखा है, और इसकी सबसे उल्लेखनीय विशेषताओं में से एक यह है कि मंदिर में घंटियाँ नहीं हैं।

भगवान जगन्नाथ का नीलाद्रि बीजे अनुष्ठान क्या है?

नीलाद्रि बीजे, वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के अंत और भगवान जगन्नाथ की गर्भगृह में वापसी को चिह्नित करता है या फिर आप भगवान जगन्नाथ और उनकी प्यारी पत्नी माँ महालक्ष्मी के बीच एक प्यारी सी कहानी बता सकते हैं।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
×
Bhakti Bharat APP