
नई दिल्ली कालीबाड़ी (बंगाली: নতুন দিল্লী কালীবাড়ি), दिल्ली में बंगाली संस्कृति का प्रमुख केंद्र है, दिल्ली-एनसीआर मे स्थापित यह माँ काली का सबसे पुराना मंदिर है।
कोलकाता में कालीघाट काली मंदिर से प्रेरित होकर बनाया गया यह कालीबाड़ी। मंदिर समिति की औपचारिक स्थापना सन् 1935 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को प्रथम अध्यक्ष बनाकर हुई। मंदिर का उद्घाटन श्री मनमाथ नाथ मुखर्जी द्वारा की गई थी।
सन् 1964 की 27 फरवरी को मंदिर परिसर में एक शिवालय की स्थापना की गई, यह धाम माँ काली मंदिर के बाईं तरफ स्थित है। मंदिर परिसर के साथ ही पुराना पुस्तकालय तथा रीडिंग रूम की व्यवस्था है, बंगाली धार्मिक यात्रियों के विश्राम हेतु धर्मशाला की भी सुविधा दी गई है।
कालीबाड़ी का मूल मंदिर आज के बंगला साहिब रोड पर स्थित था, जहाँ स्थानीय बंगाली समुदाय वार्षिक दुर्गा पूजा के लिए एकत्र हुआ करते थे। वर्तमान मंदिर की स्थापना के उपरांत, पुराना कालीबाड़ी यहाँ स्थानांतरित कर दिया गया। नई दिल्ली कालीबाड़ी नई दिल्ली के प्रसिद्ध श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) के निकट स्थित है।

Main Shikhar

Maa Kali Garbh Grah

Main Mandapam

Full View with Entry

Nandi Towards Shivalay

Aegle marmelos, Bael, Golden Apple, Stone Apple, Wood Apple, Bhel Tree

Top of the Main Shikhar with Highest Point of Main Shikhar.

Welcome Board
1925
पहले दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई।
22 October 1938
मंदिर की स्थापना।
27 February 1964
मंदिर मे शिवालय की स्थापना।
1935
प्रथम मंदिर समिति का गठन किया गया।
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