सिक्किम के गंगटोक में स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर, इस क्षेत्र के सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण हिंदू मंदिरों में से एक है। ठाकुरबाड़ी मंदिर भगवान शिव और भगवान सूर्य को समर्पित है। ठाकुरबाड़ी मंदिर न केवल पूजा स्थल के रूप में कार्य करता है, बल्कि सिक्किम की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत को दर्शाते हुए एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी कार्य करता है। गंगटोक शहर के बीच इसका शांत वातावरण इसे गंगटोक की यात्रा करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अवश्य देखने योग्य बनाता है।
ठाकुरबाड़ी मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
सिक्किम के पूर्व महाराजा सर थुटोप नामग्याल द्वारा दान की गई भूमि पर 1935 में स्थापित, यह मंदिर नामग्याल राजवंश की धार्मिक सहिष्णुता का प्रमाण है। भगवान शिव प्रमुख देवता हैं, लेकिन मंदिर में विभिन्न हिंदू देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं, जो इसे गंगटोक में हिंदू समुदाय के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाती हैं।
मंदिर परिसर में 1945 और 1947 के बीच महत्वपूर्ण उन्नयन हुआ और 2011 में एक बहुउद्देशीय हॉल और एक पुस्तकालय को शामिल करने के लिए इसका और विस्तार किया गया।
ठाकुरबाड़ी मंदिर का दर्शन समय
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 6:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक है। इस मंदिर को देखने का सबसे अच्छा समय सुबह के शुरुआती घंटे हैं, जब पुजारी अपने अनुष्ठान करते हैं और आप सिक्किम के हिंदू समुदाय की झलक पा सकते हैं।
ठाकुरबाड़ी मंदिर में प्रमुख त्यौहार
ठाकुरबारी मंदिर में कई हिंदू त्यौहार धूमधाम से मनाए जाते हैं, जिनमें छठ पूजा, महा शिवरात्रि और बाला चतुर्दशी शामिल हैं। ठाकुरबारी मंदिर में साल भर कई तरह के हिंदू त्यौहार भी मनाए जाते हैं। मंदिर में हर दिन लाइट एंड साउंड शो भी चलता है।
ठाकुरबाड़ी मंदिर कैसे पहुँचें
ठाकुरबाड़ी मंदिर महात्मा गांधी मार्ग, अरिथंग, गंगटोक, सिक्किम के पास स्थित है। एमजी मार्ग से मंदिर लगभग 170 मीटर दूर है, जो लगभग 5 मिनट की पैदल दूरी पर है। अगर आप पास में रह हैं, तो मंदिर तक पैदल जाना एक सुखद विकल्प है।
आगंतुकों के लिए सुझाव
❀ यात्रा का सबसे अच्छा समय: सुबह के समय शांत वातावरण और सुबह की रस्मों को देखने का अवसर मिलता है।
❀ ड्रेस कोड: शालीन और सम्मानजनक पोशाक पहनने की सलाह दी जाती है, क्योंकि मंदिर एक पवित्र स्थल है।
❀ स्थानीय शिष्टाचार: जबकि फ़ोटोग्राफ़ी की आम तौर पर अनुमति है, लेकिन धार्मिक समारोहों के दौरान अनुमति मांगना शिष्टाचार है।
6 AM - 8 PM
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।