कर दे सभी पे उपकार,
बाबा दुखिया खड़े जो तेरे द्वार है,
कर दें सभी पे उपकार ॥
बिन तेरी मर्जी,
एक भी पत्ता गिरे ना कभी डार से,
अपने भगत की,
बिगड़ी बनाके पल में जीवन संवारते,
कर दे करम तू इस बार,
कर दे करम तू इस बार,
बाबा दुखिया खड़े जो तेरे द्वार है,
कर दें सभी पे उपकार ॥
जितना चरम सुख,
बरसे यहाँ पे वो ना और कहीं ना पाऊं,
शीश के दानी,
ओ वरदानी तुझपे बलिहारी जाऊं,
जीने का तू ही है आधार,
जीने का तू ही है आधार,
बाबा दुखिया खड़े जो तेरे द्वार है,
कर दें सभी पे उपकार ॥
कर दे सभी पे उपकार,
बाबा दुखिया खड़े जो तेरे द्वार है,
कर दें सभी पे उपकार ॥