भक्ति भारत ऐप का रोमांचक नया संस्करण अपडेट करें (Update the Exciting New version of Bhakti Bharat App)

हम अपने भक्ति भारत ऐप में नए अपडेट की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं! अगर आप भक्ति भारत ऐप का पुराना वर्जन यानी 1.2 वर्जन इस्तेमाल कर रहे हैं। कृपया अपने ऐप को नवीनतम संस्करण 5.0 पर अपडेट करें। ऐप का नवीनतम अपडेट एंड्रॉइड के नए फीचर्स और सुरक्षा मानदंडों के बाद किया गया है।
यहां नए अपडेट की कुछ मुख्य बातें दी गई हैं:
❀ एक नया उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस जो अधिक सहज और उपयोग में आसान है।
❀ एक नई खोज सुविधा जो पवित्रशास्त्र के विशिष्ट अंशों को ढूंढना आसान बनाती है।
❀ एक नई पठन योजना सुविधा जो आपको भजन, मंत्र, कथा, आरती आदि के साथ बने रहने में मदद करती है।
❀ एक नई साझाकरण सुविधा जो मित्रों और परिवार के साथ भक्तिपूर्ण बातें साझा करना आसान बनाती है।

हम आशा करते हैं कि आप इन नई सुविधाओं का आनंद लेंगे। इस अपडेट में कई नई सुविधाएँ और सुधार शामिल हैं, जिससे भक्ति के साथ जुड़े रहना पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है! हमारे भक्ति भारत साइट ऐप का उपयोग करने के लिए धन्यवाद!

भक्ति भारत टीम
Update the Exciting New version of Bhakti Bharat App - Read in English
Announcing new update in Bhakti Bharat App: Update your app to latest version 5.0.
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विविध: आर्य समाज के नियम

ईश्वर सच्चिदानंदस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनंत, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वांतर्यामी, अजर, अमर, अभय, नित्य, पवित्र और सृष्टिकर्ता है, उसी की उपासना करने योग्य है।

नर्मदा परिक्रमा यात्रा

हिंदू पुराणों में नर्मदा परिक्रमा यात्रा का बहुत महत्व है। मा नर्मदा, जिसे रीवा नदी के नाम से भी जाना जाता है, पश्चिम की ओर बहने वाली सबसे लंबी नदी है। यह अमरकंटक से निकलती है, फिर ओंकारेश्वर से गुजरती हुई गुजरात में प्रवेश करती है और खंभात की खाड़ी में मिल जाती है।

भद्रा विचार क्या है

जब भी किसी शुभ और शुभ कार्य का शुभ मुहूर्त देखा जाता है तो उसमें भद्रा का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है और कोई भी शुभ कार्य भद्रा के समय को छोड़कर दूसरे मुहूर्त में किया जाता है।

हनुमान जयंती विशेष 2025

चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन सभी हनुमान भक्त श्री हनुमान जन्मोत्सव अर्थात हनुमान जयंती बड़ी धूम-धाम से मानते हैं। इस वर्ष यह आयोजन शनिवार, 12 अप्रैल 2025 के दिन है।

ज्योष्ठ माह 2025

पारंपरिक हिंदू कैलेंडर में ज्योष्ठ माह वर्ष का तीसरा महीना होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ज्येष्ठ सूर्य के वृष राशि में प्रवेश के साथ शुरू होता है, और वैष्णव शास्त्र के अनुसार यह वर्ष का दूसरा महीना होता है।