भाद्रपद चातुर्मास के चार पवित्र महीनों में से दूसरा महीना है। मान्यताओं के अनुसार, इन चार महीनों के दौरान भगवान विष्णु क्षीर सागर को छोड़कर पाताल लोक में राजा बलि के साथ निवास करते हैं। सावन पूर्णिमा के अगले दिन से भाद्रपद माह की शुरुआत होती है। सनातन धर्म में इस महीने को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
भाद्रपद माह का उत्सव
भाद्रपद माह कई खास तीज-त्योहार, व्रत, दिवस, शुभ तिथियां रहती हैं। खास त्योहार में हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, जैन पयुर्षण पर्व और अनंत चतुर्दशी का त्योहार रहता है। इसी महीने में अष्टमी तिथि के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने रोहिणी नक्षत्र और वृष लग्न में जन्म लिया था। अत: इस माह का महत्व और अधिक बढ़ गया है। इसी के साथ इस माह हरतालिका तीज, जैन पयुर्षण पर्व, अजा एकादशी, श्री गणेश चतुर्थी आदि भी रहेंगे।
2025 भाद्रपद माह
भाद्रपद मास 10 अगस्त 2025 से प्रारंभ होकर 7 सितंबर 2025 को समाप्त होगा।
भाद्रपद मास 2025 व्रत, पर्व, जयंती और उत्सव
10 अगस्त 2025 रविवार - इष्टि
12 अगस्त 2025 मंगलवार - कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
14 अगस्त 2025 बृहस्पतिवार - बलराम जयन्ती
15 अगस्त 2025 शुक्रवार - कृष्ण जन्माष्टमी
16 अगस्त 2025 शनिवार - दही हाण्डी
17 अगस्त 2025 रविवार - सिंह संक्रान्ति
19 अगस्त 2025 मंगलवार - अजा एकादशी
20 अगस्त 2025 बुधवार - प्रदोष व्रत
22 अगस्त 2025 शुक्रवार - पिठोरी अमावस्या, दर्श अमावस्या, अन्वाधान
23 अगस्त 2025 शनिवार - भाद्रपद अमावस्या
24 अगस्त 2025 रविवार - चन्द्र दर्शन
25 अगस्त 2025 सोमवार - वराह जयन्ती
26 अगस्त 2025 मंगलवार - हरतालिका तीज
27 अगस्त 2025 बुधवार - गणेश चतुर्थी
28 अगस्त 2025 बृहस्पतिवार - ऋषि पञ्चमी
30 अगस्त 2025 शनिवार - ललिता सप्तमी
31 अगस्त 2025 रविवार - महालक्ष्मी व्रत आरम्भ, दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
3 सितम्बर 2025 बुधवार - परिवर्तिनी एकादशी
4 सितम्बर 2025 बृहस्पतिवार - वामन जयन्ती, अगस्त्य अर्घ्य
5 सितम्बर 2025 शुक्रवार - प्रदोष व्रत
6 सितम्बर 2025 शनिवार - गणेश विसर्जन, अनन्त चतुर्दशी
7 सितम्बर 2025 रविवार - पूर्णिमा श्राद्ध, चन्द्र ग्रहण *पूर्ण, भाद्रपद पूर्णिमा, अन्वाधान
कारण | श्री कृष्ण |
उत्सव विधि | भजन कीर्तन, झांकी,आरती,भंडारे |
Updated: May 29, 2025 17:14 PM
Festival | Date |
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10 August 2025 | |
7 September 2025 |