श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर - Shri Achaleshwar Mahadev Mandir

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर राजस्थान के माउंट आबू में स्थित है।
◉ यह एकमात्र शिव मंदिर है जहाँ पारंपरिक लिंग की बजाय शिव के दाहिने पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है।
श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर, राजस्थान के माउंट आबू से लगभग 11 किमी उत्तर में, अचलगढ़ किले के ठीक बाहर स्थित है। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर भक्ति, पौराणिक कथाओं और प्रभावशाली कलात्मकता का एक अद्भुत संगम है।

अचलेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
❀ यह मंदिर 9वीं शताब्दी ईस्वी में परमार वंश द्वारा निर्मित था और इसका पुनर्निर्माण महाराणा कुंभा ने 1452 में किया था (किले का नाम बदलकर अचलगढ़ कर दिया गया था)। इस नाम का अर्थ है \"अचल भगवान\" - जो संस्कृत के शब्द अचल + ईश्वर से बना है।

❀ यह एकमात्र शिव मंदिर है जहाँ पारंपरिक लिंग की बजाय शिव के दाहिने पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है। इस पैर के अंगूठे के निशान में एक स्वयंभू लिंग स्थापित है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह अरावली पहाड़ियों को स्थिर करता है। गर्भगृह एक विशाल संगमरमर के खंड से बना है, न कि ईंट या साधारण पत्थर से, और इसके चारों ओर एक परिक्रमा पथ खोदा गया है।

❀ मंदिर में देवी चामुंडा, पार्वती, कार्तिकेय और अन्य देवी-देवताओं की स्फटिक से बनी मूर्तियाँ भी हैं, जो पीछे से जलाने पर चमकती हैं।

❀ पैर के अंगूठे के सामने एक अर्धवृत्ताकार गड्ढा है, जिसमें भक्त जल डालते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह जल नरक (पाताल) में समा जाता है।

❀ बाहर चार टन वज़नी पंचधातु नंदी प्रतिमा स्थापित है, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने आक्रमणकारियों पर भौंरों के झुंड छोड़कर मंदिर की रक्षा की थी। पास ही एक तालाब के चारों ओर तीन पत्थर की भैंसों की मूर्तियाँ स्थापित हैं, जो राजा आदिपाल द्वारा पराजित राक्षसों का प्रतीक हैं, जिन्होंने घी के सरोवर को अपने जलस्रोत के रूप में इस्तेमाल किया था।

❀ कभी चूने की मोटी परत के नीचे छिपे इस मंदिर की उत्कृष्ट संगमरमर की नक्काशी, सिरोही के युवराज द्वारा 1979 में शुरू किए गए जीर्णोद्धार के दौरान प्रकट हुई थी।

अचलेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन का समय
अचलेश्वर महादेव मंदिर 24 घंटे खुला रहता है। प्रतिदिन सुबह की आरती 5:30 बजे और शाम की आरती 6:00 बजे होती है।

अचलेश्वर महादेव मंदिर के प्रमुख त्यौहार
महाशिवरात्रि अचलेश्वर महादेव मंदिर का प्रमुख त्यौहार है। सावन शिवरात्रि के समय कांवरियों की बहुत भीड़ उमड़ती है।

[b] अचलेश्वर महादेव मंदिर कैसे पहुँचें [b]
मंदिर तक सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है, जो माउंट आबू से अचलगढ़ किले के रास्ते लगभग 11 किमी दूर है। माउंट आबू शहर से टैक्सी या बस द्वारा पहुँचा जा सकता है। निकटतम स्टेशन आबू रोड (लगभग 29 किमी) है; आगे मंदिर तक टैक्सी या बस से यात्रा करें। निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर महाराणा प्रताप हवाई अड्डा (लगभग 60 किमी) है।
Shri Achaleshwar Mahadev Mandir - Read In English
Shri Achaleshwar Mahadev Mandir, located just outside Achalgarh Fort, about 11 km north of Mount Abu, Rajasthan. Shri Achaleshwar Mahadev Mandir is a blend of devotional reverence, mythological legend, and impressive artistry.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
24 घंटे खुला रहता है
5:30 AM: मंगला आरती
6:00 PM: संध्या आरती
मंत्र
ॐ नमः शिवाय
त्योहार
Shivaratri, Sawan Somwar, Navratri | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
Drinking Water, Prasad, Shoe Stores
धर्मार्थ सेवाएं
शयनगृह, कपड़द्वार, विश्राम कक्ष, प्रतीक्षा क्षेत्रों में बैठने की व्यवस्था, व्हीलचेयर, सहायता डेस्क
संस्थापक
Maharaj Rana Kumbha (Renovated)
स्थापना
9th Century, 1412 (Renovated)
समर्पित
भगवान शिव
फोटोग्राफी
हाँ जी (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Achalgarh Mount Abu Rajasthan
मेट्रो 🚇
सड़क/मार्ग 🚗
Oriya Road >> Achalgadh Road
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
24.6182229°N, 72.7667373°E

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

A large 4 tons Panchadattu (gold, silver, copper, brass and zinc) Nandi

Two large elephants at main entry gate

Main entry gate of Shri Achaleshwar Mahadev Mandir

Three stone buffaloes standing around Mandakini lake located nearby

Three stone buffaloes standing around Mandakini lake located nearby

श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर गूगल के मानचित्र पर

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Updated: Aug 04, 2025 13:55 PM

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