उमानंद मंदिर - Umananda Temple

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ कामाख्या शक्तिपीठ के उमानंद भैरव का मंदिर।
◉ मंदिर तक पहुंचने के लिये फेरी(नाव) की यात्रा।
◉ दुनिया के सबसे छोटे बसे हुए नदी द्वीप के रूप में जाना जाता है।
उमानंद मंदिर गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र के केंद्र में एक छोटे से द्वीप के शीर्ष पर स्थित है, जो असम के प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। इसे दुनिया के सबसे छोटे बसे हुए नदी द्वीप के रूप में जाना जाता है। जिस पर्वत पर उमानंद मंदिर बना है उसे भस्मकल के नाम से जाना जाता है।

कैसे पहुंचें उमानंद मंदिर:
ब्रह्मपुत्र द्वीप पर होने के कारण मंदिर तक पहुंचने के लिए सरकारी और निजी दोनों तरह के फेरी की सुविधा उपलब्ध है। सरकार द्वारा चलाई जाने वाली नाव का किराया सामान्य है। एनडीआरएफ की टीम हर फेरी की आवाजाही पर बारीकी से नजर रखती है और यात्रियों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती है। द्वीप पर एक रोपवे स्टेशन भी है, लेकिन यहां उतरने या बोर्ड करने की कोई सुविधा नहीं है।

चूंकि मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां चढ़ना जरूरी है, इसलिए बुजुर्ग भक्तों को पीने के लिए पानी साथ लेकर जाना पड़ता है। संध्या काल में मंदिर से सूर्यास्त दर्शन का अपना ही आनंद है, अतः अगर आपको सूर्यास्त देखना है तो मंदिर दर्शन हेतु शाम के समय ही पहुंचें।

पं. दिवाकर शर्मा ने बताया कि आदि-शक्ति महाभैरवी कामाख्या के दर्शन से पहले गुवाहाटी शहर के पास ब्रह्मपुत्र 'नदी' के बीच में द्वीप के शीर्ष पर स्थित महाभैरव उमानंद के दर्शन करना आवश्यक है। चूंकि प्रत्येक शक्तिपीठ में अलग-अलग भैरव होते हैं, और माता के साथ-साथ उनके दर्शन भी करने चाहिए। उसके बाद ही माता शक्ति के दर्शन पूर्ण माने जाते हैं। इसलिए, कामाख्या मंदिर की यात्रा उमानंद मंदिर के दर्शन किए बिना पूरी नहीं होती है।

उमानंद मंदिर में भगवान शिव के अलावा, मंदिर में भगवान विष्णु, सूर्य, गणेश और अन्य हिंदू देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं।

उमानंद मंदिर में त्योहार
माना जाता है कि अमावस्या को यहां भक्त पूजा करते हैं, जब सोमवार को पड़ता है तो सबसे ज्यादा संख्या में भक्त जुटते हैं। शिव चतुर्दशी सबसे बड़ा त्योहार है जो यहाँ प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर कई भक्त पूजा के लिए आते हैं।
Umananda Temple - Read In English
Umanand Mandir is situated on the top of a small island in the heart of Brahmaputra in Guwahati, which is one of the famous pilgrimage centers of Assam. It is known as the smallest inhabited river island in the world.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
5:30 AM - 1:00 PM, 2:30 PM - 5:15 PM
त्योहार
Same As Kamakhya Temple - Ambubachi Mela, Sangkranti, Sri Ratanti Kali Puja, Deodhani, Devadhwani Mela, Manasa Puja, Kumari Puja, Bohag Bihu, Halkhata, Satha Brata, Sri Dakshina Kali Puja, Lalita Saptami, Sri Joyadurga Devi Puja, pitru-paksha, janmashtami, Viswakarma Puja, Nabamyadi Kalparambha, Dhannya Sedan, NavannaLakshmi Puja, Kartik Puja, Diwali, Puhan Biya (Marriage Day of Devi Kamakhya), Sri Ratanti Kali Puja, Ganesh Puja, Saraswati Puja, Shivratri, Holi, Gopal Doul, Purnima, Shiva Doul, | यह भी जानें: एकादशी
धाम
Shri GaneshShri Hanuman TempleSurya BhagwanShri Hari
बुनियादी सेवाएं
Water Cooler, Shoe Store, Puja Samigri Shop, Washrooms, Sitting Benches
संस्थापक
भगवान शिव
स्थापना
सतयुग
समर्पित
भगवान शिव / भैरव
फोटोग्राफी
🚫 नहीं (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Umananda Temple Guwahati Assam
मेट्रो 🚇
रेलवे 🚉
Kamakhya Station, Guwahati Station
हवा मार्ग ✈
Lokpriya Gopinath Bordoloi International Airport, Guwahati
नदी ⛵
Brahmaputra
वेबसाइट 📡
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
26.194759°N, 91.737896°E

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

गोल्डन लंगूर

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Updated: Feb 23, 2022 17:10 PM