Updated: Jan 12, 2023 16:37 PM |
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Adi Shankaracharya Jayanti Date: Tuesday, 25 April 2023
आदि गुरु शंकराचार्य के जन्म दिवस को आदि शंकराचार्य जयंती के रूप में मनाया जाता है। गुरु शंकराचार्य भारतीय गुरु और दार्शनिक थे, उनका जन्म केरल के कालपी नामक स्थान पर हुआ था। आद्य शंकराचार्य को भगवान शिव अवतार के रूप मे माना जाता है।
आदि गुरु शंकराचार्य ने अद्वैत वेदांत के दर्शन का विस्तार किया। उन्होंने उपनिषदों, भगवद गीता और ब्रह्मसूत्रों के प्राथमिक सिद्धांतों जैसे हिंदू धर्मग्रंथों की व्याख्या एवं पुनर्व्याख्या की।
उन्होंने हिंदू धर्म को पुनर्जीवित करने के लिए भारत के चारों कोनों में चार मठों की स्थापना की। जो आज भी हिंदू धर्म के सबसे पवित्र एवं प्रामाणिक संस्थान माने जाते हैं, जिनका नाम क्रमशः
१. ज्योतिर्मठ, बद्रीनाथ
२. वेदान्त ज्ञानमठ अथवा श्रृंगेरी पीठ
३. शारदा मठ, द्वारिका
४. गोवर्धन मठ, जगन्नाथ धाम
सुरुआत तिथि | वैशाख शुक्ला पञ्चमी |
कारण | आदि गुरु शंकराचार्य का जन्म दिवस |
उत्सव विधि | हवन, पूजा, सत्संग |
The birthday of Adi Guru Shankaracharya is celebrated as Adi Shankaracharya Jayanti. Guru Shankaracharya was an Indian guru and philosopher..
आदि शंकराचार्य
शंकर आचार्य का केरल में कालपी नामक ग्राम में हुआ, इनके पिता का नाम शिवगुरु भट्ट और माता का नाम सुभद्रा था। 6 वर्ष की अवस्था में ही वह प्रकांड विद्वान हो गए, तथा आठ वर्ष की उम्र में इन्होंने संन्यास ग्रहण किया था। 32 वर्ष की अल्प आयु में, केदारनाथ के समीप उनका स्वर्गवास हुआ।
सूरदास जयंती
सूरदास जी के जन्म को लेकर विद्वानों मे अलग-अलग मत हैं। प्रचलित धारणा के अनुसार सूरदास जी का जन्म वैशाख शुक्ल पंचमी को माना जाता है। इस कारण प्रत्येक वर्ष सूरदास जी की जयंती इसी दिन मनाई जाती है।
आदि शंकराचार्य जयंती मे, सूरदास जयंती के बारे मे लिखना बड़ा ही अटपटा सा लगता है। परंतु एक ही तिथि को दोनों की जयंती होने के कारण, यहाँ सूरदास जयंती के बारे मे लिखा गया है।
सूरदास जी का जन्म एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार मे हुआ था, इनके पिता रामदास जी भी एक गायक थे। सूरदाज जी ने अपनी रचनाओं में भगवान श्री कृष्ण का इतना सजीव तथा विभिन्न रंगों की बारीकियां के साथ वर्णन किया है, कि बहुत से विद्वान उन्हें जन्मांध नहीं मानते हैं।
संबंधित जानकारियाँ
भविष्य के त्यौहार
12 May 2024
सुरुआत तिथि
वैशाख शुक्ला पञ्चमी
कारण
आदि गुरु शंकराचार्य का जन्म दिवस
उत्सव विधि
हवन, पूजा, सत्संग
महत्वपूर्ण जगह
भारत के चारों धाम, शंकराचार्य मठ
पिछले त्यौहार
6 May 2022, 17 May 2021, 28 April 2020
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