Download Bhakti Bharat APP
गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - Gajendra Moksham StotramDownload APP Now - Download APP NowHanuman Chalisa - Hanuman ChalisaFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

नरसिंह मंदिर, जोशीमठ - Narsingh Mandir, Joshimath

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित।
◉ सर्दियों के मौसम में बद्रीनाथ धाम मंदिर का वैकल्पिक मंदिर।
◉ जोशीमठ का सबसे लोकप्रिय मंदिर।

श्री नरसिंह मंदिर जोशीमठ का सबसे लोकप्रिय मंदिर है। सप्त बद्री के एक भाग के रूप में प्रसिद्ध, नरसिंह मंदिर को नरसिंह बद्री मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। जोशीमठ के लिए यात्रा करने वालों के लिए यह पवित्र मंदिर है। मंदिर के देवता आधे सिंह और आधे मनुष्य के रूप में भगवान विष्णु (नरसिंह अवतार) के चौथे अवतार हैं। इस नरसिंह मंदिर को भगवान के 108 दशमों में से एक माना जाता है।

नरसिंह मंदिर जोशीमठ के पीछे की पौराणिक कथा:
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने असुरों के राजा हिरण्यकशिपु का वध करने एवं अपने प्रिय भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए इस नरसिंह रूप को धारण किया था।

1. इस मंदिर का निर्माण आदि गुरु शंकराचार्य ने करवाया था।
2. मतों के अनुसार यह मंदिर महाभारत से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि इस मंदिर की नींव पांडवों ने रखी थी।
3. तो दूसरी ओर लोगों द्वारा एक अन्य कथा का उल्लेख किया जाता है कि यहां जोशीमठ में स्थापित मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी।

जब बद्रीनाथ धाम मंदिर सर्दियों के मौसम में बंद हो जाता है, तब बद्रीनाथ मंदिर के पुजारी पूजा जारी रखने के लिए नरसिंह मंदिर जाते हैं, यानी हम कह सकते हैं कि नरसिंह मंदिर और बद्रीनाथ मंदिर के बीच एक संबंध है।

नरसिंह मंदिर में स्थापित नरसिंह भगवान की मूर्ति से जुड़ी किंवदंतियां:
इस मंदिर में स्थापित प्रसिद्ध नरसिंह जी की मूर्ति का बायां हाथ दिन-ब-दिन पतला होता जा रहा है। कहा जाता है कि जिस दिन इस मंदिर में स्थापित नरसिंह जी की मूर्ति नीचे गिरेगी उस दिन जय और विजय पर्वत के नाम से प्रसिद्ध नर और नारायण पर्वत आपस में टकराएंगे और इन पर्वतों के आपस में टकराने से उसके बाद बद्रीनाथ जाने वाला मार्ग सदा के लिए बंद कर दिया जाएगा।

नरसिंह मंदिर जोशीमठ कैसे पहुंचे?
⦿ अगर आप जोशीमठ, नरसिंह मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं तो आप अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी रास्ता चुन सकते हैं।
⦿ हवाई मार्ग से, निकटतम हवाई अड्डा जॉलीग्रांट है। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आपको यहां से मंदिर के लिए लोकल ट्रांसपोर्ट ले सकते हैं।
⦿ यदि आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। आप ऋषिकेश से बस या टैक्सी की सुविधा लेकर आसानी से नरसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच सकते हैं।
⦿ अगर आप सड़क मार्ग से अपने वाहन से जाना चाहते हैं तो चमोली जिला भारत के विभिन्न शहरों के राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा हुआ है तो आप चमोली पहुंचकर आराम से नरसिंह मंदिर पहुंच सकते हैं।

प्रचलित नाम: श्री नरसिंह भगवान मंदिर जोशीमठ, नरसिंह बद्री मंदिर

समय - Timings

दर्शन समय
6:00 AM - 8:00 PM

Narsingh Mandir, Joshimath in English

Shri Narasimha Temple is a popular temple in Joshimath. Famous as a part of Sapta Badri, Narasimha Temple is also known as Narasimha Badri Templ

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

Photo in Full View
Holy Tree

Holy Tree

जानकारियां - Information

बुनियादी सेवाएं
Prasad, Drinking Water, Shoe Store, Power Backup, CCTV Security, Sitting Benches, Music System
धर्मार्थ सेवाएं
धर्मशाला
संस्थापक
आदि गुरु शंकराचार्य
देख-रेख संस्था
उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम् प्रबन्धन बोर्ड

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Narsingh Mandir Marg Joshimath Uttarakhand
सड़क/मार्ग 🚗
Narsingh Mandir Marg
हवा मार्ग ✈
Jolly Grant Airport - Dehradun
नदी ⛵
Dauli Ganga, Alakananda
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
30.556461°N, 79.5661782°E
नरसिंह मंदिर, जोशीमठ गूगल के मानचित्र पर
http://www.bhaktibharat.com/mandir/narsingh-mandir-joshimath

अपने विचार यहाँ लिखें - Write Your Comment

अगर आपको यह मंदिर पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंदिर को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

ॐ जय जगदीश हरे आरती

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥

श्री गणेश आरती

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥...

हनुमान आरती

मनोजवं मारुत तुल्यवेगं, जितेन्द्रियं,बुद्धिमतां वरिष्ठम्॥ आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥..

×
Bhakti Bharat APP