Shri Hanuman Bhajan

कांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई - भजन (Kanwar Saja Ke Chalo Sawan Ritu Hai Aayi)


कांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई - भजन
कांवड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई,
भक्तो को शिव ने अपने,
आवाज है लगाई,
कावड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई ॥
सावन की ऋतू है प्यारी,
भक्तो करो तयारी,
शिव गौरा से मिलन की,
मन में उमंग भारी,
मन में उमंग भारी,
तन हो गया है फागण,
मन में बसंत छाई,
कावड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई ॥

जीवन है तेरा छोटा,
बातों में ना लगाना,
जब जब भी आए सावन,
कांवड़ शिव चरण चढ़ाना,
जिस भक्त के ये भाव,
जिस भक्त के ये भाव,
उसने शिव कृपा है पाई,
कावड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई ॥

आदेश शिव का होता,
दर्शन को सभी है पाते,
शिव की कृपा जो होती,
कांवड़ तभी उठाते,
हमने भी शिव कृपा से,
हमने भी शिव कृपा से,
जीवन में कृपा ये पाई,
कावड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई ॥

कांवड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई,
भक्तो को शिव ने अपने,
आवाज है लगाई,
कावड़ सजा के चालो,
सावन ऋतू है आई ॥

Kanwar Saja Ke Chalo Sawan Ritu Hai Aayi in English

Kaanvad Saja Ke Chalo, Sawan Ritu Hai Aayi, Bhakto Ko Shiv Ne Apne, Awaj Hai Lagae, Kaanvad Saja Ke Chalo, Sawan Ritu Hai Aayi ॥
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Vivah BhajanAnuradha Paudwal Bhajan

अन्य प्रसिद्ध कांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई - भजन वीडियो

Debashish Dasgupta

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..

शिव का नाम लो: भजन

शिव का नाम लो । हर संकट में ॐ नमो शिवाय बस यह नाम जपो ॥..

कावड़ उठाले ध्यान, शिव का लगा ले - भजन

कावड़ उठाले ध्यान, शिव का लगा ले, भर देंगे झोली भोले, बिगड़ी बना ले, हर हर महादेव, हर हर महादेव ॥

शिवोहम शिवोहम शिवोहम..

है एक ओंकार निरंजन निरंकार, है अजर अमर आकर विश्वधार मन भजे। शिवोहम शिवोहम शिवोहम...

चल काँवरिया, चल काँवरिया - भजन

चल काँवरिया, चल कवर उठा, कवर उठा, नैरा शिव का लगा, मन चाहा फल, देंगे बाबा

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं - भजन

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम । कौन कहता हे भगवान आते नहीं..

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP