भोले तेरी निराली शान - भजन (Bhole Teri Nirali Shan)


भोले तेरी निराली शान,
करे जगत का तू कल्याण,
सबको शरण में रखले अपनी,
तुझसा नहीं महान,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
दुःख का है सागर जीवन,
मानव का सारा,
सुख का है एक ही कतरा,
तेरा सहारा,
उसी एक कतरे को,
पीना मैं चाहूँ,
तेरे दरश में बीते,
जीवन ये सारा,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥

सारा जगत है भोले,
तेरी ही माया,
मानव हूँ मैं मेरी,
नश्वर है काया,
तेरे नाम पे अपना,
जीवन लुटा दूँ,
रहे मेरे सर पे,
सदा तेरा साया,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥

सारे जगत के हित में,
गंगा को धारा,
जिसने भी तुझे पुकारा,
उसको उबारा,
मेरी भी सुनले विनती,
ओ मेरे भोले,
मैं कर दूँ अर्पण,
अपना तन मन ये सारा,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥

भोले तेरी निराली शान,
करे जगत का तू कल्याण,
सबको शरण में रखले अपनी,
तुझसा नहीं महान,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
Bhole Teri Nirali Shan - Read in English
Bhole Teri Nirali Shan, Kare Jagat Ka Tu Kalyan, Sabko Saran Mein Rakhle Apni, Tujhsa Nahi Mahan, O Bhole Tera Jawab Kaha, Bhole Teri Nirali Shan ॥
Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Vivah BhajanAnuradha Paudwal Bhajan

अन्य प्रसिद्ध भोले तेरी निराली शान - भजन वीडियो

Debashish Dasgupta

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

पौणाहारी दा जयकारा - भजन

पौणाहारी का जैकारा बोल मना, क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना

सुनने के पुकार माँ दौड़ चली तू आई रण मे काली - भजन

सुनने के पुकार माँ दौड़ चली तू, आई रण मे काली - माँ काली

तेरे नाम का करम है ये सारा: भजन

तेरे नाम का करम है ये सारा, भक्तो पे छाया है सुरूर शेरावालिये, शेरावाली मैहरवाली..

मेरा तो बस एक सहारा, राम ए माँ: भजन

मेरा तो बस एक सहारा, राम ए माँ, लागे सबते प्यारा, मेरा राम ए माँ, लागे सबते प्यारा, मेरा राम ए माँ ॥

कब सुधि लोगे मेरे राम: भजन

कब सुधि लोगे मेरे राम, मैं तो नैन बिछाई तेरी राह में, कब सुध लोगे मेरे राम ॥