श्रृंगार सिंदूरी, छवि बाला की पूरी: भजन (Shringar Sinduri Chavi Bala Ki Puri)


श्रृंगार सिंदूरी,
छवि बाला की पूरी,
तुम्हे देखकर,
देखता रह गया,
जब दी मुझे तुमने,
दर्शन की मंजूरी,
झुका सर मेरा,
तो झुका रह गया ॥मेरा सिरसा में आना,
सफल हो गया,
मेरी उलझन का पल भर में,
हल हो गया,
सिरसा के सरदार भी तुम,
सालासर की सरकार भी तुम,
जो माथा टिका तो,
टिका रहा गया,
तुम्हे देखकर,
देखता रह गया ॥

ऐसा मुखड़ा नूरानी ना,
देखा कहीं,
हाथ में पहले ना थी ये,
रेखा कहीं,
जागे नसीब मेरे,
तुम हो बालाजी करीब मेरे,
तुम्हे मन मेरा,
पूजता रहा गया,
तुम्हे देखकर,
देखता रह गया ॥

मैंने देखा तुम्हे तो,
मैं ना रही,
थी अहंकार जैसी जो,
शय ना रही,
ज्ञान दिया तुमने बाला,
भक्ति का पिलाया जब प्याला,
तो मैं हो के मगन,
झूमता रह गया,
तुम्हे देखकर,
देखता रह गया ॥

श्रृंगार सिंदूरी,
छवि बाला की पूरी,
तुम्हे देखकर,
देखता रह गया,
जब दी मुझे तुमने,
दर्शन की मंजूरी,
झुका सर मेरा,
तो झुका रह गया ॥
Shringar Sinduri Chavi Bala Ki Puri - Read in English
Shrungar Sinduri, Chabi Bala Ki Puri, Tumhai Dekh Kar, Dekhta Rah Gaya, Jab Di Mujhe Tumne, Darshan Ki Manjuri, Jhuka Sar Mera, To Jhuka Rah Gaya ॥
Bhajan Hanuman BhajanBalaji BhajanBajrangbali BhajanHanuman Janmotsav BhajanHanuman Jyanti BhajanMangalwar BhajanTuesday BhajanHanuman Path BhajanSundar Kand Path Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री - भजन

जिस भजन में राम का नाम ना हो, उस भजन को गाना ना चाहिए।..

सारे जहाँ के मालिक तेरा ही आसरा है - भजन

सारे जहाँ के मालिक तेरा ही आसरा है, राजी हैं हम उसी में जिस में तेरी रजा है...

करलो करलो चारो धाम, मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम

करलो करलो चारो धाम, मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम जीवन सफल उसी का समझो, जिसने किया ये धाम

तुम करुणा के सागर हो प्रभु - भजन

तुम करुणा के सागर हो प्रभु, मेरी गागर भर दो थके पाँव है...

तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ - भजन

तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ, जो कुछ दे रहें हो लिए जा रहा हूँ ॥ तुम्हीं से चला करती प्राणों की धड़कन...