सोमनाथ ज्योतिर्लिंग @Somnath Gujarat
श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर भारत के बारह(12) आदि ज्योतिर्लिंगों में से सबसे प्रथम है। सोमनाथ मे सोम का अर्थ है चंद्र देव (चंद्रमा), तथा नाथ का अर्थ भगवान है।
श्री चंद्रभागा शक्ति पीठ @Somnath Gujarat
गुजरात के प्रभास क्षेत्र में त्रिवेणी संगम के निकट माँ सती के ५२ शक्तिपीठों में से एक चंद्रभागा शक्ति पीठ का वर्णन पुराणों में भी उल्लेखित किया गया है।
भालका तीर्थ @Somnath Gujarat
भालका तीर्थ के बारे में मान्यता है कि यहाँ पर विश्राम करते समय भगवान श्री कृष्ण के बाएं पैर में शिकारी ने गलती से बाण मारा था। जिसके पश्चात् उन्होनें पृथ्वी पर अपनी लीला समाप्त करते हुए निजधाम प्रस्थान किया।
देहोत्सर्ग तीर्थ @Somnath Gujarat
देहोत्सर्ग तीर्थ हिरण्या नदी के तट पर स्थित तथा सोमनाथ मंदिर से 1.5 किमी दूर है। यह स्थान भगवान श्री कृष्ण की दिव्य जीवन यात्रा के अंतिम दर्शन के कारण तीर्थ बन गया।
श्री भीड़भंजन महादेव मंदिर @Somnath Gujarat
श्री गणेश का भिडभंजन तथा महादेव के शशिभूषण रूप का संयोजन है, श्री भीड़भंजन महादेव मंदिर।
सूर्य मंदिर @Somnath Gujarat
सूर्य मंदिर गुजरात का सबसे पुराना सूर्य मंदिर है। मंदिर में सूर्य देव और छाया देवी मुख्य विग्रह हैं। यह माना जाता है कि अज्ञातवास के दौरान पंडवों ने यहां रहकर सूर्य देव की प्रार्थना किया करते थे।
श्री राम मंदिर @Somnath Gujarat
गुजरात के श्री सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के द्वारा सोमनाथ में ही विजय दशमी के दिन भगवान श्री राम के एक भव्य का निर्माण कराया गया है, जिसे सोमनाथ श्री राम मंदिर के नाम से जाना जाता है।
सोमनाथ महादेव मंदिर | મારી નજરે ગુજરાત | શ્રી સોમનાથ મહાદેવ