Shri Krishna Bhajan

जैन धर्म विशेष (Jain Dharm Specials)

जैन धर्म विशेष
आइए जानें! जैन धर्म से जुड़ी कुछ जानकारियाँ, प्रसिद्ध भजन, जैन मंत्र, जैन मंदिर एवं जैन आरतियाँ तथा सम्वन्धित अन्य प्रेरक तथ्य। साथ ही साथ जानिए दशलक्षण पर्व के बारे में और महावीर जयंती उत्सव कहाँ और कैसे मनाये।
जैन व्रत एवं त्यौहार क्यों कब, कहाँ और कैसे?
महावीर जन्म कल्याणक - Mahavir Janma Kalyanak
दशलक्षण पर्व - Daslakshan Parva
श्रुत पंचमी - Shrut Panchami

आरती:
पंच परमेष्ठी आरती
आरती: ॐ जय महावीर प्रभु
आरती: श्री महावीर भगवान | जय सन्मति देवा
आरती: ॐ जय महावीर प्रभु
आरती: भगवान श्री शीतलनाथ जी

मंत्र:
णमोकार महामंत्र
भक्तामर स्तोत्र
सर्व भयानक रोग नाशक मंत्र

भजन:
मेरी भावना: जिसने राग-द्वेष कामादिक - जैन पाठ
तुम से लागी लगन.. पारस प्यारा
नाकोड़ा के भैरव तुमको आना होगा

भक्तमाल:
ज्ञानमती
आचार्य विद्यासागर

मंदिर:
प्रसिद्ध जैन मंदिर
श्री शौरीपुर बटेश्वर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र
लाल मंदिर, दिल्ली
प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर, बड़ागाँव
जैन बड़ा मंदिर, हस्तिनापुर
जैन मंदिर, फिरोजाबाद
वसुंधरा जैन मंदिर

ब्लॉग:
जैन ध्वज क्या है?

Jain Dharm Specials in English

Lets know some related information, famous hymns and other inspiring facts related to Jainism..

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नमस्कार करने के फायदे

नमस्कार भक्ति, प्रेम, सम्मान और विनम्रता जैसे दिव्य गुणों की एक सरल और सुंदर अभिव्यक्ति है।

तारतम सागर

श्री तारतम सागर श्री कृष्ण प्रणामी धर्म का प्रमुख ग्रन्थ है। इस महान ग्रन्थ को विभिन्न नामों से भी जाना जाता है जैसे तारतम सागर कुलजाम स्वरूप, तारतम वाणी, श्री मुखवाणी, श्री स्वरूप साहिब। इसे विक्रम संवत 1715 में महामती प्राणनाथ जी ने लिखा था।

अधूरा पुण्य

दिनभर पूजा की भोग, फूल, चुनरी, आदि सामिग्री चढ़ाई - पुण्य; पूजा के बाद, गन्दिगी के लिए समान पेड़/नदी के पास फेंक दिया - अधूरा पुण्य

विविध: आर्य समाज के नियम

ईश्वर सच्चिदानंदस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनंत, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वांतर्यामी, अजर, अमर, अभय, नित्य, पवित्र और सृष्टिकर्ता है, उसी की उपासना करने योग्य है।

गोटीपुअ नृत्य

गोटीपुअ नृत्य भारत के ओडिशा राज्य का एक पारंपरिक नृत्य है, जिसे शास्त्रीय ओडिसी नृत्य का अग्रदूत माना जाता है।

जगन्नाथ मंदिर प्रसाद को 'महाप्रसाद' क्यों कहा जाता है?

जगन्नाथ मंदिर में सदियों से पाया जाने वाला महाप्रसाद लगभग 600-700 रसोइयों द्वारा बनाया जाता है, जो लगभग 50 हजार भक्तों के बीच वितरित किया जाता है।

शंकराचार्य की दिनचर्या कैसी होती है?

शंकराचार्य की दिनचर्या क्या/कैसी होती है?

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