गणेशोत्सव - Ganeshotsav

तोटा गोपीनाथ मंदिर - Tota Gopinatha Temple

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ तोटा गोपीनाथ मंदिर में जन्माष्टमी और झूलन प्रमुख उत्सव हैं।
◉ मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना करने से भगवान कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
◉ तोटा गोपीनाथ मंदि इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि भगवान चैतन्य महाप्रभु ने अपने अंतिम वर्ष यहीं बिताए थे।

तोटा गोपीनाथ मंदिर, भगवान कृष्ण (गोपीनाथ रूप) को समर्पित एक अत्यंत पवित्र मंदिर है, जो गौड़बाड़ साही, गंभीरा, पुरी (ओडिशा) में स्थित है। यह मंदिर आध्यात्मिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली है, जो दुनिया भर से गौड़ीय वैष्णवों और कृष्ण भक्तों को आकर्षित करता है। इसे जगन्नाथ मंदिर और गंभीरा के साथ पुरी के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। भक्तों का दृढ़ विश्वास है कि तोटा गोपीनाथ के दर्शन और पूजा-अर्चना करने से भगवान कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

तोटा गोपीनाथ मंदिर का इतिहास और वास्तुकला
ओड़िया भाषा में 'तोटा' का अर्थ उद्यान होता है और 'गोपीनाथ' का अर्थ भगवान कृष्ण होता है। चैतन्य महाप्रभु भगवान कृष्ण को गोपीनाथ कहकर संबोधित करते थे। इस मूर्ति की खोज महाप्रभु के एक निकट सहयोगी गदाधर पंडित ने एक उद्यान में खुदाई करते समय की थी। मंदिर के मुख्य द्वार पर दोनों ओर दो मोरों की नक्काशीदार नक्काशी की गई है। मंदिर की वास्तुकला सरल है और इसकी रक्षा दो सिंह प्रतिमाएँ करती हैं। गर्भगृह के अंदर, मध्य वेदी पर, तोटा गोपीनाथ की मूर्ति विराजमान है, जिनके साथ देवी राधा और देवी ललिता विराजमान हैं।

दाएँ वेदी पर गौरा गदाहर और राधा-मदन मोहन की मूर्तियाँ हैं और सबसे बाईं वेदी पर भगवान बलराम और उनकी दोनों पत्नियाँ, वरुणी और रेवती विराजमान हैं।

यह मंदिर इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि भगवान चैतन्य महाप्रभु ने अपने अंतिम वर्ष यहीं बिताए थे। ऐसा माना जाता है कि वे तोटा गोपीनाथ के विग्रह में विलीन हो गए और इस प्रकार इस संसार से अंतर्ध्यान हो गए। इस विग्रह की एक अनूठी विशेषता यह है कि गोपीनाथ विग्रह खड़े नहीं, बल्कि बैठे हुए हैं। भक्तों का मानना ​​है कि भगवान इस रूप में इसलिए प्रकट हुए थे ताकि वृद्धावस्था में दुर्बल हो चुके गदाधर पंडित उनकी सेवा आसानी से कर सकें।

तोटा गोपीनाथ मंदिर का दर्शन समय
तोटा गोपीनाथ मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक है। गदाधर पंडित द्वारा शुरू की गई परंपरा को जीवित रखते हुए यहां दैनिक सेवा, कीर्तन और भोग अर्पित किए जाते हैं।

तोटा गोपीनाथ मंदिर का प्रमुख उत्सव
तोटा गोपीनाथ मंदिर में जन्माष्टमी और झूलन प्रमुख उत्सव हैं। चैतन्य महाप्रभु जयंती और एकादशी भी धूमधाम से मनाई जाती है। मंदिर में प्रतिदिन गौ सेवा का विशेष महत्व है।

तोटा गोपीनाथ मंदिर कैसे पहुँचें
तोटा गोपीनाथ मंदिर ओडिशा के पुरी शहर के मध्य में स्थित है। मंदिर पुरी रेलवे स्टेशन से लगभग 3.9 किमी और पुरी बस स्टैंड से लगभग 4.1 किमी दूर है।

समय - Timings

दर्शन समय
6 AM - 7 PM
त्योहार

Tota Gopinatha Temple in English

Tota Gopinath Temple is a highly sacred temple dedicated to Bhagwan Krishna (Gopinath form) located in Gaudabad Sahi, Gambhira, Puri (Odisha).

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

Photo in Full View
Pujari Gadadhara

Pujari Gadadhara

Bhagwan Gopinath

Bhagwan Gopinath

जानकारियां - Information

मंत्र
Hare Krishna Hare Krishna, Krishna Krishna Hare Hare! Hare Ram Hare Ram, Ram Ram Hare Hare!!
समर्पित
भगवान कृष्ण

क्रमवद्ध - Timeline

6 AM - 7 PM

वीडियो - Video Gallery

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Goudabad Sahi Puri Odisha
सड़क/मार्ग 🚗
Grand Road >> Adi Sankaracharya Peetha Road
रेलवे 🚉
Puri Railway Station
हवा मार्ग ✈
Biju Patnaik International Airport, Bhubaneswar
नदी ⛵
Dhaudia
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
19.797431°N, 85.812954°E
तोटा गोपीनाथ मंदिर गूगल के मानचित्र पर
http://www.bhaktibharat.com/mandir/tota-gopinatha-temple

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