दर तेरे आऊणा ए - भजन (Dar Tere Auna Ae)


(शरण, तेरे जो, आ गया दाती,
ओह, भागां वाला, अखवांदे ।
नज़र, मेहर दी, पै गई जिस ते,
ओह, भव सागर, तर जान्दे ॥)
आस सभनां दी, करीं पूरी मां,
कि दर तेरे, आऊणा ए ॥
तेरे नाम दा, पियाला पी के मां ॥
यश तेरा, गाऊणा ए...
आस सभनां दी, करीं...

भटकी है दुनियां, रस्ते तूं पा दे मां,
नफ़रत दे बीजां चों, प्रेम तूं उगा दे मां ॥
पियार वाला, बूटा मेरी मां,
घर घर, लाऊणा ए...
आस सभनां दी, करीं...

धरती अकाश सारे, गुण तेरे गाउण मां,
तेरे अगे टिक सके, दुनियां च कौन मां ॥
जै जै, मां दा, जैकारा मेरी मां ॥
जग्ग तों, लवाऊणा ए...
भक्तिभारत भजन

भगत जन तेरे, शरण च रहिण मां,
दर तेरे आ के, प्रणाम तेरा लैण मां ॥
आशू ने वी, हर वेले मां ॥
पैरिं तेरे पैणा ए...
आस सभनां दी, करीं...
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