यो बाबा लखदातारी रे: भजन (Yo Baba Lakhdatari Re)


यो बाबा लखदातारी रे
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा न्यारी रे ॥
हारे का यो बने सहारा,
लीले का असवार,
मोरछड़ी के एक झाड़े ते,
हो जा बेडा पार,
रे हो जा दूर बिमारी रे,
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा न्यारी रे ॥

कोई आवे पेट पलनीया,
कोई कोई पैदल आता,
रींगस से लेके निशान,
बाबा का दर्शन पाता,
ये जाने दुनिया सारी रे,
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा न्यारी रे ॥

‘आरती शर्मा’ तेरी लाड़ली,
तेरा ही गुण गावे,
तन्ने रिझावण खातिर बाबा,
नए नए भजन बनावे,
भक्त पे कृपा थारी रे
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा न्यारी रे ॥

यो बाबा लखदातारी रे
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा न्यारी रे ॥
Yo Baba Lakhdatari Re - Read in English
Ye Baba Lakhdatari Re, Khatu Wale Shyam Ghani ko, Mahima Nyari Re ॥
Bhajan Shri Krishna BhajanBhrij BhajanBal Krishna BhajanLaddu Gopal BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shyam BhajanIskcon BhajanPhagun Mela BhajanRadhashtami Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है - भजन

महाकाल की गुलामी, मेरे काम आ रही है, उनकी ही कृपा से, एकदम मस्त जिंदगी है..

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी - भजन

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी, निर्जल रहकर निश्छल मन से, नित ध्यान प्रभू का धरती थी ..

हम तो तेरे दरबार के दरबारी हो गए: शिव भजन

हम तो तेरे दरबार के दरबारी हो गए, भोले तेरे नाम के पुजारी हो गए ॥

महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना - भजन

महाकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना, मैं गुलाम हूँ भोले का, मेरे साथ है जमाना, महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना ॥

महाकाल की शरण मे - भजन

सबको मिला सहारा, महाकाल की शरण में, है काल भी तो हारा, महाकाल की शरण मे, सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥