Shri Krishna Bhajan

ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो - भजन (Om Mahakal Ke Kal Tum Ho Prabhu)


ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो - भजन
ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो,
गुण के आगार सत्यम् शिवम् सुंदरम्,
कर में डमरू लसे चंद्रमा भाल पर,
हो निराकार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥
हैं जटा बीच मंदाकिनी की छटा,
मुंडमाला गले बीच शोभित महा,
कंठ में माल विषधर लपेटे हुए,
करके सिंगार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥

बैठे कैलाश पर्वत पर आसन लगा,
भस्म तन पर हो अपने लगाए हुए,
है तुम्हारी निराली ये अनुपम छटा,
सबके आधार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥

न्यारी महिमा तुम्हारी है त्र्यलोक में,
भोले भंडारी तुम बोले जाते प्रभो,
अम्बिका निर्मोही को आस है आपकी,
कर दो उद्धार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥

ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो,
गुण के आगार सत्यम् शिवम् सुंदरम्,
कर में डमरू लसे चंद्रमा भाल पर,
हो निराकार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥

शिव चालीसा | लिङ्गाष्टकम् | शिव आरती | शिव भजन | शिव पंचाक्षर स्तोत्र | द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

Om Mahakal Ke Kal Tum Ho Prabhu in English

Om Mahakal Ke Kaal Tum Ho Prabho, Gun Ke Aagaar Satyam Shivam Sundaram, Kar Mein Damroo Lase Chandrama Bhaal Par, Ho Nirakar Satyam Shivam Sundaram ॥
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Vivah Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

सुनने के पुकार माँ दौड़ चली तू आई रण मे काली - भजन

सुनने के पुकार माँ दौड़ चली तू, आई रण मे काली - माँ काली

हे गणनायक जय सुखदायक - भजन

हे गणनायक जय सुखदायक, जय गणपति गणराज रे, गणपति नमः गणपति नमः, गणपति नमः गणपति नमः ॥

देखो आ गए है घर घर में, पार्वती के लल्ला - भजन

गणपति आज पधारे घर में, मच गओ है ये हल्ला, देखो आ गए है घर घर में, पार्वती के लल्ला, शिव गौरा की आंख के तारे, दिखे हैं बड़े मुटल्ला, देखो आ गए हैं घर घर में, पार्वती के लल्ला ॥

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं - भजन

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं, भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥

तुम जो कृपा करो तो, मिट जाये विपदा सारी: भजन

तुम जो कृपा करो तो, मिट जाये विपदा सारी, ओ गौरी सूत गणराजा, गणनायक गजमुख धारी, तुम हो दया के सागर, क्या बात है तुम्हारी, ओ गौरी सूत गणराजा, गणनायक गजमुख धारी ॥

जय जय देवा जय गणपति देवा: भजन

जय जय देवा जय गणपति देवा, माता है गौरी पिता महादेवा, मूषक आपकी सवारी है देवा, माता है गौरी, पिता महादेवा,
जय जय देवा ॥

करुणामई किशोरी - भजन

राधे राधे, करुणामई किशोरी तुम तो बड़ी हो भोरी, बिन पाप पुण्य देखे आती हो दौड़ी दौड़ी

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP