मेरा भोला है भंडारी करता नंदी की सवारी, सबना दा रखवाला ओ शिवजी डमरूवाला जी..
वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीड परायी जाणे रे। पर दुःखे उपकार करे तो ये, मन अभिमान न आणे रे...
खोलो समाधी भोले शंकर, मुझे दरश दिखाओ, इस जग की झूठी माया, से मुझको बचाओ, खोलो समाधि भोले शंकर, मुझे दरश दिखाओ ॥
शिव सन्यासी से मरघट वासी से, मैया करूँगी मैं तो ब्याह, मैं शिव को ध्याऊँगी, उन्ही को पाऊँगी, शिव संग करूँगी मैं तो ब्याह, हाँ शिव संग मैं तो करूँगी ब्याह, शिव संन्यासी से मरघट वासी से, मैया करूँगी मैं तो ब्याह ॥
भोले की किरपा से हमरे, ठाठ निराले है, हम बाबा वाले है, सुनो जी हम बाबा वाले है ॥
भोले दी बरात चढ़ी, गज वज के, सारीया ने भंग पीती, रज रज के, हो सारीया ने सारीया ने, सारीया ने भगत पियारिया ने, भोलें दी बरात चढ़ी, गज वज के, सारीया ने भंग पीती, रज रज के ॥
अभयदान दीजै दयालु प्रभु, सकल सृष्टि के हितकारी । भोलेनाथ भक्त-दु:खगंजन..