मन फूला फूला फिरे, जगत में कैसा नाता रे ॥ माता कहे यह पुत्र हमारा..
राजन के राजा महाराजन के महाराजा. ऐसा राज्य छोड़ दो और दूजा कौन धियाएई, छत्रधारी छत्रपति छैल रूप छितनाथ, छौनी कर छाया बर छत्रीपत गाईइ
तू मेरा राखा, सबनी थाई, तां भौ के हा काढा जी, तुम्हारी किरपा ते तुद पछाणा, तू मेरी ओट तू हैं मेरा माना..
मेरे सतगुरु दीन दयाल, मैं तेरा नाम जपा करूं, गुरु रविदास महाराज, मैं तेरा नाम जपा करूं..
मेहराँ वालिया साइयाँ रखी चरना दे कोळ, रखी चरना दे कोल रखी चरना दे कोल, मेहराँ वालिया साइयाँ रखी चरना दे कौल
मेरे राम राइ, तूं संता का संत तेरे ॥ तेरे सेवक कउ भउ किछु नाही, जमु नही आवै नेरे ॥
गुरुवाणी शब्द कीर्तन: सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं, जिथे किथे मैनु लै छडाइ, तिस गुरु कौ हौ वारिया,..