Shri Ram Bhajan

श्रीमद्‍भगवद्‍गीता: अर्जुनविषादयोग - श्लोक 14 (Shrimad Bhagwat Geeta: Arjun Visada Yog)


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ततः श्वेतैर्हयैर्युक्ते महति स्यन्दने स्थितौ ।
माधवः पाण्डवश्चैव दिव्यौ शंखौ प्रदध्मतुः ॥
भावार्थ: इसके अनन्तर सफेद घोड़ों से युक्त उत्तम रथ में बैठे हुए श्रीकृष्ण महाराज और अर्जुन ने भी अलौकिक शंख बजाए।
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Granth Bhagwat Geeta Granth

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