Shri Krishna Bhajan

श्री कुबेर 108 नाम (Shri Kuber 108 Names)


श्री कुबेर अष्टोत्तर शतनामावली - 108 नाम
ॐ कुबेराय नमः ॥
ॐ धनदाय नमः ॥
ॐ श्रीमाते नमः ॥
ॐ यक्षेशाय नमः ॥
ॐ गुह्य​केश्वराय नमः ॥
ॐ निधीशाय नमः ॥
ॐ शङ्करसखाय नमः ॥
ॐ महालक्ष्मीनिवासभुवये नमः ॥
ॐ महापद्मनिधीशाय नमः ॥
ॐ पूर्णाय नमः ॥ 10 ॥
ॐ पद्मनिधीश्वराय नमः ॥
ॐ शङ्ख्यनिधिनाथाय नमः ॥
ॐ मकराख्यनिधिप्रियाय नमः ॥
ॐ सुखसम्पतिनिधीशाय नमः ॥
ॐ मुकुन्दनिधिनायकाय नमः ॥
ॐ कुन्दाक्यनिधिनाथाय नमः ॥
ॐ नीलनित्याधिपाय नमः ॥
ॐ महते नमः ॥
ॐ वरन्नित्याधिपाय नमः ॥
ॐ पूज्याय नमः ॥ 20 ॥

ॐ लक्ष्मिसाम्राज्यदायकाय नमः ॥
ॐ इलपिलापतये नमः ॥
ॐ कोशाधीशाय नमः ॥
ॐ कुलोचिताय नमः ॥
ॐ अश्वारूढाय नमः ॥
ॐ विश्ववन्द्याय नमः ॥
ॐ विशेषज्ञानाय नमः ॥
ॐ विशारदाय नमः ॥
ॐ नलकूबरनाथाय नमः ॥
ॐ मणिग्रीवपित्रे नमः ॥ 30 ॥

ॐ गूढमन्त्राय नमः ॥
ॐ वैश्रवणाय नमः ॥
ॐ चित्रलेखामनःप्रियाय नमः ॥
ॐ एकपिनाकाय नमः ॥
ॐ अलकाधीशाय नमः ॥
ॐ पौलस्त्याय नमः ॥
ॐ नरवाहनाय नमः ॥
ॐ कैलासशैलनिलयाय नमः ॥
ॐ राज्यदाय नमः ॥
ॐ रावणाग्रजाय नमः ॥ 40 ॥

ॐ चित्रचैत्ररथाय नमः ॥
ॐ उद्यानविहाराय नमः ॥
ॐ विहरसुकुथूहलाय नमः ॥
ॐ महोत्सहाय नमः ॥
ॐ महाप्राज्ञाय नमः ॥
ॐ सदापुष्पक वाहनाय नमः ॥
ॐ सार्वभौमाय नमः ॥
ॐ अङ्गनाथाय नमः ॥
ॐ सोमाय नमः ॥
ॐ सौम्यादिकेश्वराय नमः ॥ 50 ॥

ॐ पुण्यात्मने नमः ॥
ॐ पुरूहुतश्रियै नमः ॥
ॐ सर्वपुण्यजनेश्वराय नमः ॥
ॐ नित्यकीर्तये नमः ॥
ॐ निधिवेत्रे नमः ॥
ॐ लंकाप्राक्तन नायकाय नमः ॥
ॐ यक्षिनीवृताय नमः ॥
ॐ यक्षाय नमः ॥
ॐ परमशान्तात्मने नमः ॥
ॐ यक्षराजे नमः ॥ 60 ॥

ॐ यक्षिणि हृदयाय नमः ॥
ॐ किन्नरेश्वराय नमः ॥
ॐ किंपुरुशनाथाय नमः ॥
ॐ नाथाय नमः ॥
ॐ खट्कायुधाय नमः ॥
ॐ वशिने नमः ॥
ॐ ईशानदक्ष पार्स्वस्थाय नमः ॥
ॐ वायुवाय समास्रयाय नमः ॥
ॐ धर्ममार्गैस्निरताय नमः ॥
ॐ धर्मसम्मुख संस्थिताय नमः ॥ 70 ॥

ॐ नित्येश्वराय नमः ॥
ॐ धनाधयक्षाय नमः ॥
ॐ अष्टलक्ष्म्याश्रितलयाय नमः ॥
ॐ मनुष्य धर्मण्यै नमः ॥
ॐ सकृताय नमः ॥
ॐ कोष लक्ष्मी समाश्रिताय नमः ॥
ॐ धनलक्ष्मी नित्यवासाय नमः ॥
ॐ धान्यलक्ष्मीनिवास भुवये नमः ॥
ॐ अश्तलक्ष्मी सदवासाय नमः ॥
ॐ गजलक्ष्मी स्थिरालयाय नमः ॥ 80 ॥

ॐ राज्यलक्ष्मीजन्मगेहाय नमः ॥
ॐ धैर्यलक्ष्मी-कृपाश्रयाय नमः ॥
ॐ अखण्डैश्वर्य संयुक्ताय नमः ॥
ॐ नित्यानन्दाय नमः ॥
ॐ सुखाश्रयाय नमः ॥
ॐ नित्यतृप्ताय नमः ॥
ॐ निधित्तरै नमः ॥
ॐ निराशाय नमः ॥
ॐ निरुपद्रवाय नमः ॥
ॐ नित्यकामाय नमः ॥ 90 ॥

ॐ निराकाङ्क्षाय नमः ॥
ॐ निरूपाधिकवासभुवये नमः ॥
ॐ शान्ताय नमः ॥
ॐ सर्वगुणोपेताय नमः ॥
ॐ सर्वज्ञाय नमः ॥
ॐ सर्वसम्मताय नमः ॥
ॐ सर्वाणिकरुणापात्राय नमः ॥
ॐ सदानन्दक्रिपालयाय नमः ॥
ॐ गन्धर्वकुलसंसेव्याय नमः ॥
ॐ सौगन्धिककुसुमप्रियाय नमः ॥ 100 ॥

ॐ स्वर्णनगरीवासाय नमः ॥
ॐ निधिपीठ समस्थायै नमः ॥
ॐ महामेरुत्तरस्थायै नमः ॥
ॐ महर्षिगणसंस्तुताय नमः ॥
ॐ तुष्टाय नमः ॥
ॐ शूर्पणकज्येष्ठाय नमः ॥
ॐ शिवपूजारताय नमः ॥
ॐ अनघाय नमः ॥ 108 ॥

ॐ राजयोगसमायुक्ताय नमः ॥
ॐ राजसेखरपूज्याय नमः ॥
ॐ राजराजाय नमः ॥ 111 ॥

॥ इति श्री कुबेर अष्टोत्तर शतनामावलिः संपूर्णम्‌ ॥

Shri Kuber 108 Names in English

ॐ Kuberaya Namah ॥ ॐ Dhanadaya Namah ॥ ॐ Shrimate Namah ॥ ॐ Yaksheshaya Namah ॥ ॐ Guhyakeshvaraya Namah...
यह भी जानें
नामावली: श्री कुबेर अष्टोत्तर शतनामावली - 108 नाम | Shri Kuber Ashtottara Shatanamavali - 108 Names

नामावली: श्री कुबेर अष्टोत्तर शतनामावली - 108 नाम | Shri Kuber Namavali Youtube Video Shri Kuber Ashtottara Shatanamavali in Hindi, Sanskrit Aur English | Shri Kuber 108 Names

Mantra Kuber MantraKuber Ji MantraDhanteras MantraDiwali Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

श्री तुलसी स्तुति

जगद्धात्रि नमस्तुभ्यं विष्णोश्च प्रियवल्लभे । यतो ब्रह्मादयो देवाः सृष्टिस्थित्यन्तकारिणः..

वक्रतुण्ड महाकाय - गणेश मंत्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

संकट मोचन हनुमानाष्टक

बाल समय रवि भक्षी लियो तब।.. लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर।...

दामोदर अष्टकम

नमामीश्वरं सच्-चिद्-आनन्द-रूपं, लसत्-कुण्डलं गोकुले भ्राजमनम्य, शोदा-भियोलूखलाद् धावमानं

श्रीरामचन्द्राष्टकम्

सदा सेव्यः पूर्णोजनकतनयाङ्गः सुरगुरू, रमानाथो रामो रमतुमम चित्ते तु सततम्॥1॥

श्री तुलसी नामाष्टक स्तोत्रम्

वृंदा, वृन्दावनी, विश्वपुजिता, विश्वपावनी । पुष्पसारा, नंदिनी च तुलसी, कृष्णजीवनी..

श्री नृसिंह मंत्र

उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम् । नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्युमृत्युं नमाम्यहम् ॥

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP