बजरंग बाणनिश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
वो राम धुन में मगन है रहते: भजनवो राम धुन में मगन है रहते, लगन प्रभु की लगा रहे है, वो राम जी के चरण में रहते, प्रभु के कारज बना रहे है, वो राम धुन में मगन हैं रहते, लगन प्रभु की लगा रहे है ॥
थे हो राम नाम मस्ताना: भजनथे हो राम नाम मस्ताना, मैं हूँ थारा घणा दीवाना, ओ बालाजी थारा चरणा, में है म्हारा ठिकाना जी, थे हों राम नाम मस्ताना, मैं हूँ थारा घणा दीवाना ॥