आरती (Aarti, Arti, arati) is a special love, benevolence and gratitude songs which is the part of puja ritual with ghee or oil deepak (lamp). Aarti is performed for God, divine elements or Guru (spiritual teacher). Bhakti Bharat updates you 71+ aarti lyrics.
श्री सूर्य देव - ऊँ जय सूर्य भगवान
ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।
Aarti
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
Aarti
श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव
श्री सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई, श्री गणेश आरती | सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची | जय देव जय देव..
Aarti
श्री बालाजी आरती, ॐ जय हनुमत वीरा
ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा। संकट मोचन स्वामी तुम हो रनधीरा॥
Aarti
जय शनि देवा - श्री शनिदेव आरती
जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा। अखिल सृष्टि में कोटि-कोटि जन करें तुम्हारी सेवा।
Aarti
श्री शनि देव: आरती कीजै नरसिंह कुंवर की
आरती कीजै नरसिंह कुंवर की। वेद विमल यश गाउँ मेरे प्रभुजी॥ पहली आरती प्रह्लाद उबारे। हिरणाकुश नख उदर विदारे...
Aarti
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी: आरती
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी, तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥
Aarti
ओम जय गौरी नन्दन, प्रभु जय गौरी नंदन, गणपति विघ्न निकंदन, मंगल नि:स्पन्दन, ओम जय गौरी नन्दन प्रभु जय गौरी नंदन
Aarti
श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती
हरि ओम श्री शाकुम्भरी अंबा जी की आरती क़ीजो, एसी अद्वभुत रूप हृदय धर लीजो, शताक्षी दयालू की आरती किजो
Aarti