माता दियाँ बोलियां - भजन (Mata Diyan Boliyan)


फीता फीता फीता,,, जय हो!
ओ ही लोग तर जाते,,, जय हो!
जिन्होंने, माता का दर्शन किया।
बारी बरसी, खट्टण गया सी,
खटके, लिआंदी आरी।
ओ सावन का महीना आ गया,
चलो, मंदिरों को, कर लो तैयारी।

तारे तारे तारे,,, जय हो!
आओ सारे, मिलकर,,, जय हो!
लगाओ, अंबिका के, नाम के जयकारे।

बारी बरसी, खट्टण गया सी,
खटके, लिआंदा मोती।
मन में, जगह बना ले भक्त,
शेरोंवाली के, नाम की ज्योति।

पेड़े पेड़े पेड़े,,, जय हो!
आओ सारे, करें भंगड़ा,,, जय हो!
मेला, लगा है, माता के आंगन।

बारी बरसी, खट्टण गया सी,
खटके, लिआंदे छोले।
माँ सुख बांटती, उसी को,
जो ‘जय माता दी’ बोले!
Mata Diyan Boliyan - Read in English
Pheeta Pheeta Pheeta,,, Jay Ho! O Hi Log Tar Jaate,,, Jay Ho! Jinhonne, Mata Ka Darshan Kiya।
Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanMaa Durga BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जगत के रंग क्या देखूं - भजन

जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है। क्यों भटकूँ गैरों के दर पे तेरा दरबार काफी है...

जो भजे हरि को सदा - भजन

जो भजे हरि को सदा, सोहि परम पद पायेगा, देह के माला..

मेरा हाथ पकड़ ले रे, कान्हा - भजन

मेरा हाथ पकड़ ले रे, कान्हा दिल मेरा घबराये, काले काले बादल..

क्यों छुप के बैठते हो, परदे की क्या जरुरत - भजन

क्यों छुप के बैठते हो, परदे की क्या जरुरत, भक्तों को यूँ सताने की, भक्तों को यूँ सताने की, अच्छी नहीं है आदत ॥

सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो - भजन

सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो ॥