गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार हर महीने दो चतुर्थी आती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। हर महीने पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत की महिमा
नारद पुराण के अनुसार संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रती को पूरे दिन का उपवास रखना चाहिए। शाम के समय संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा को सुननी चाहिए। संकष्टी चतुर्थी के दिन घर में पूजा करने से नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं । इतना ही नहीं संकष्टी चतुर्थी का पूजा से घर में शांति बनी रहती है। घर की सारी परेशानियां दूर होती हैं। गणेश जी भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। इस दिन चंद्रमा को देखना भी शुभ माना जाता है। सूर्योदय से शुरू होने वाला संकष्टी व्रत चंद्र दर्शन के बाद ही समाप्त होता है, साल भर में 12-3 संकष्टी व्रत रखे जाते हैं। हर संकष्टी व्रत की एक अलग कहानी होती है।
दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में संकष्टी चतुर्थी को गणेश संकटहरा या संकटहरा चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
ध्यान दें - संकष्टी चतुर्थी व्रत का दिन, उस दिन के चन्द्रोदय के आधार पर निर्धारित होता है। जिस दिन चतुर्थी तिथि के दौरान चन्द्र उदय होता है, संकष्टी चतुर्थी का व्रत उसी दिन रखा जाता है। इसीलिए प्रायः ऐसा देखा गया है कि, कभी-कभी संकष्टी चतुर्थी व्रत, चतुर्थी तिथि से एक दिन पूर्व अर्थात तृतीया तिथि के दिन ही होता है।
कहा जाता है कि संकष्टी चतुर्थी का व्रत नियमानुसार ही संपन्न करना चाहिए, तभी इसका पूरा लाभ मिलता है। इसके अलावा गणपति बप्पा की पूजा करने से यश, धन, वैभव और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
| शुरुआत तिथि | कृष्णा चतुर्थी |
| उत्सव विधि | व्रत, पूजा, व्रत कथा, भजन-कीर्तन, गणेश मंदिर में पूजा। |
Updated: Dec 09, 2025 14:05 PM
| Festival | Date |
|---|---|
| सकट चौथ, लम्बोदर संकष्टी व्रत | 6 January 2026 |
| द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी | 5 February 2026 |
| भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी | 6 March 2026 |
| विकट संकष्टी चतुर्थी | 5 April 2026 |
| एकदन्त संकष्टी चतुर्थी | 5 May 2026 |
| विभुवन संकष्टी चतुर्थी | 3 June 2026 |
| कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी | 3 July 2026 |
| गजानन संकष्टी चतुर्थी | 2 August 2026 |
| हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी | 31 August 2026 |
| विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी | 29 September 2026 |
| वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी | 29 October 2026 |
| गणाधिप संकष्टी चतुर्थी | 27 November 2026 |
| अखुरथ संकष्टी चतुर्थी | 26 December 2026 |